MUZAFFARPUR : एसकेएमसीएच के पीकू में गुरुवार को तीन बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया। उन्हें तेज बुखार से पीड़ित बताया गया है। बच्चों की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। एक बच्चे के परिजन ने कहा कि बच्चे को बुखार के बाद चमकी हो रही थी, हालांकि डॉक्टरों ने चमकी से इनकार किया है।
एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि पीकू में बच्चे गंभीर स्थिति में ही आते हैं। जिन बच्चों की मौत हुई है, उनकी स्थिति गंभीर थी। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत डॉक्टरों की लापरवाही से नहीं हुई है। बच्चों को क्या बीमारी थी, इसकी जांच की जा रही थी। परिजनों का चमकी बुखार का आरोप गलत है।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह से दोपहर के बीच मुशहरी के अनिल कुमार के 4 वर्षीय पुत्र अरुण कुमार, पकड़ीदयाल के सिकंदर कुमार के पुत्र सोनू कुमार और मीनापुर के मो. अफरोज के तीन वर्षीय पुत्र की मौत पीकू में हो गई। इसके बाद चमकी से बच्चों की मौत की अफवाह उड़ी। एक परिजन ने बताया कि उनके बच्चे को चमकी आ रही थी। एक अन्य के परिजन का कहना था कि बच्चे को तेज बुखार था।
इधर, चमकी से तीन बच्चों की मौत की अफवाह उड़ने से एसकेएमसीएच प्रबंधन में हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी मिलने पर शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी के नेतृत्व में जांच की गई। बताया गया कि दो बच्चों को बुखार आ रहा था। एक काफी गंभीर बच्चे ने यहां पहुंचते ही दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन आक्रोशित हो गये और पीकू के बाहर हंगामा करने लगे।
Source : Hindustan