रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक में ईएमआई लोन चुकाने की अवधि पर कोई फैसला नहीं लिया है. इससे पहले, वित्त मंत्री ने इसके संकेत दिए थे, लेकिन बैठक के बाद गवर्नर ने कहा कि लोन अवधि बढ़ाने पर फैसला नहीं किया गया है.समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक होगी, जिसमें लॉकडाउन की वजह से सुस्त पड़ी आर्थिक रफ्तार को बढ़ाने पर भी फैसला किया जा सकता है.
6 महीने से लागू है लोन मोरेटोरियम – बता दें कि कोरोना संकट के कारण देश में लॉकडाउन लागू होने के साथ ही लोन मोरेटोरियम चुकाने पर भी राहत दी गई थी. मार्च से लेकर मई तक के लिए पहले स्लॉट में राहत दी गई थी. वहीं जून से लेकर अगस्त तक के लिए दूसरे स्लॉट में राहत दी गई है.
बैंक ने किया विरोध- आरबीआई कर्ज लौटाने को लेकर दी गयी मोहलत के संदर्भ में दिशानिर्देश जारी कर सकता है. इसकी अवधि 31 अगस्त को समाप्त होने जा रही है. बैंक अधिकारी इसके दुरूपयोग की आशंका को लेकर इसकी मियाद बढ़ाये जाने का विरोध कर रहे हैं. बैंक अधिकारियों ने आरबीआई की बैठक में बढ़ानेे पर ऐतराज जताया गया.
आपको होगा ये फायदा- किसी की प्रिंसिपल बकाया राशि 30 लाख रुपये है और बची हुई अवधि 15 साल है, तो 8.5 फीसदी के ब्याज पर आपको 29,540 रुपये की ईएमआई का भुगतान करना होगा. हालांकि, कनवर्जन फीस का भुगतान करके ब्याज दर को 7.4 फीसदी कर सकते हैं, जिससे आपकी ईएमआई में 1900 रुपये की कटौती होगी. इसके साथ ही, आप मार्जिनल कॉस्ट-बेस्ड लेंडिंग रेट से रेपो रेट लिंक्ड रेट में जा सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो जाए कि आरबीआई जिस समय रेपो रेट में कटौती करेगा, तो बैंक उसका फायदा आगे देगा.