मुजफ्फरपुर में बाढ़ पीड़ितों के लिए मुफ्त भोजन और राहत शिविरों की व्यवस्था, डीएम का निर्देश
मुजफ्फरपुर के कटरा, औराई और गायघाट प्रखंडों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविरों और सामुदायिक किचेन का सफल प्रबंधन किया जा रहा है। जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने इन क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।
जिलाधिकारी ने राहत शिविरों और सामुदायिक किचेन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और बिजली-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की जांच की। भोजन ग्रहण कर रहे लोगों से फीडबैक लिया गया, जिसमें उन्होंने भोजन की शुद्धता और स्वाद की सराहना की।
राहत शिविरों में नि:शुल्क भोजन और विशेष प्रबंध
राहत शिविरों में 41 सामुदायिक किचेन संचालित हैं, जहां प्रतिदिन दोनों समय भरपेट भोजन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। मंगलवार को 32,540 लोगों ने भोजन ग्रहण किया। बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण का विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें दूध का भी वितरण किया जा रहा है।
जल, शौचालय और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था
प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में शौचालय और साफ पेयजल की व्यवस्था की गई है। 60 शौचालय, 27 हैंड पंप और 4 टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति जारी है। इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं, जहां डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात हैं। पशुओं के इलाज के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।
नाव और राहत कार्य
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 55 नाव और 1 एंबुलेंस बोट संचालित हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पूरी सक्रियता से राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
स्वच्छता और बचाव कार्य
जिलाधिकारी ने बाढ़ के पानी के घटने पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव युद्ध स्तर पर करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने लोगों को जागरूक करने और नाव संचालन के दौरान एहतियाती उपायों का पालन करने की अपील की है।
जिला प्रशासन बाढ़ से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने में जुटा हुआ है।