आम बजट में बिहार में रेलवे के विकास के लिए 8505 करोड़ की राशि दी गई है। कई नई परियोजनाओं को भी मंजूरी मिली है। 36 नई रेल लाइनें बिछाने के लिये राशि दी गईहै। वहीं, 17 रूटों का दोहरीकरण भी होगा। वहीं, उपभोक्ता सुविधाओं पर पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में 630 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
अररिया-गलगलिया नई लाइन के लिये 700 करोड़ मिले हैं। वहीं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बिहार के 87 स्टेशनों का चयन किया गया। इन्हें अत्याधुनिक बनाया जाएगा। इनमें गया के लिए 296 करोड़, मुजफ्फरपुर के लिए 442 करोड़, मोतिहारी के लिए 221 करोड़ और सीतामढ़ी के लिए 262 करोड़ का प्रावधान है। गया और मुजफ्फरपुर के लिए निविदा भी जारी कर दी गई है। इसके अलावा सात स्टेशनों बरौनी, बेगूसराय, बक्सर, दरभंगा, राजेन्द्रनगर, भागलपुर और छपरा को विकसित करने के लिये फिजिबिलिटी स्टडी शुरू हो गई है। राज्य के 29 रूटों पर 1911 किमी नए रेल पथ की खातिर सर्वे के लिए भी राशि मिली है। सीतारामपुर से किऊल और लखीसराय से बख्तियारपुर तक तीसरी लाइन के सर्वे को मंजूरी दी गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली में प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
मुजफ्फरपुर-सुगौली दोहरीकरण रेल परियोजना को पर्याप्त फंड मिलने से बीबीगंज व माड़ीपुर में रोड ओवरब्रिज निर्माण कार्य में तेजी आयेगी। नए सिरे से बीबीगंज आरओबी बनने से एनएच 28 को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल सकेगी। वहीं सादपुरा, गोबरसही व रामदयालुनगर आरओबी को मामूली राशि मिलने से तीनों परियोजना एक बार फिर अधर में लटक गई है। दोहरीकरण परियोजना के लिए मिले फंड से माड़ीपुर व बीबीगंज में जल्द ही रोड ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।
वर्तमान में माड़ीपुर पुल की चौड़ाई सात मीटर है। नए पुल की चौड़ाई साढ़े सात मीटर होगी। वहीं नए पुल की लंबाई वर्तमान पुल से 50 मीटर अधिक होगी। इमलीचट्टी चौक से लेकर माड़ीपुर चौक तक नया पुल का निर्माण होगा। वहीं कस्टम कार्यालय की ओर पुल की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी। पुराने पुल से नए पुल की ऊंचाई अधिक होगी। इसके लिए इसकी लंबाई को 50 मीटर अधिक बढ़ाया जायेगा। मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलमार्ग दोहरीकरण परियोजना के महत माड़ीपुर व बीबीगंज एनएच पर नए सिरे से रोड ओवरब्रिज निर्माण होना है। इसके लिए एक वर्ष पूर्व टेंडर हो चुका है। बीबीगंज आरओबी के लिए मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है।
गोबरसही रोड ओवरब्रिज के लिए एक लाख रुपये मिले हैं। यह परियोजना 14 करोड़ 40 लाख रुपये की है। रामदयालुनगर स्टेशन के पास बनने वाले रोड ओवरब्रिज के लिए भी महज एक लाख रुपये मिले हैं। यह परियोजना 12 करोड़ पांच लाख रुपये की है। वहीं मिठपुरा व सादपुर को जोड़ने वाली गुमटी पर स्वीकृत रोड ओवरब्रिज के लिए भी एक लाख मिले हैं। इस परियोजना की कुल लागत 14.40 करोड़ रुपये है।
मोतीपुर स्टेशन से सटे बनने वाले रोड ओवरब्रिज के लिए एक लाख मिले हैं। इस परियोजना पर 15.10 करोड़ खर्च किए जाने हैं। मोतीपुर महवल के मध्य व कर्पुरीग्राम- समस्तीपुर के मध्य बनने वाले आरओबी के लिए एक एक लाख रुपये मिले हैं। परियोजना को प्रकिया में बने रहने को किया गया है।
मुजफ्फरपुर-मोतिहारी रेलखंड स्थित कपरपुरा स्टेशन जिले का दूसरा जंक्शन बनेगा। इस स्टेशन से मुजफ्फरपुर-छपरा रेलखंड शुरू होगा। 84 किमी लंबा यह नया रेलखंड करजा से कांटी की ओर मुड़ेगा। इसके बाद रेलखंड कपरपुरा से जुड़ेगी। यात्री मोतिहारी रूट के अलावा छपरा के लिए कपरपुरा जंक्शन से यात्रा शुरू कर सकेंगे।
इस परियोजना को बजट में 20 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं, जबकि खर्च 3 अरब 73 करोड़ रुपये होने हैं। कांटी, मड़वन व सरैया इलाके में जमीन अधिग्रहण की कवायद चल रही है। भू-अर्जन अधिकारी संजय कुमार राय ने बताया कि मुजफ्फरपुर शहर व आसपास के इलाकों में जमीन अधिग्रहण में होने वाली अड़चन को लेकर नए रेलखंड को कपरपुरा स्टेशन से मोतिहारी रेलखंड से जोड़ते हुए जंक्शन तक जाने की तैयारी चल रही है। नई रेललाइन पूरी होने से मुजफ्फरपुर व छपरा के बीच 35 किमी दूरी घट जायेगी। साथ ही बिना हाजीपुर व सोनपुर गए यात्री मुजफ्फरपुर जंक्शन से छपरा पहुंच सकेंगे।
Source : Hindustan