यातायता नियमों के उल्लंघन पर पुलिस की सख्ती के बाद भी शहर में 40 फीसदी युवतियां हेलमेट नहीं पहन रही हैं। यातायात विभाग ने शहर के दो प्रमुख चौराहों पर सर्वे किया तो यह बात सामने आई। एसपी ट्रैफिक ने मंगलवार को युवक और युवतियों पर एक सामान कार्रवाई का आदेश दिया है।
इसमें सितंबर के दूसरे सप्ताह की 9 से 11 तारीख तीन दिनों तक रोजाना दो सौ स्कूटी सवार महिलाओं को देखा किया। दोनों चौराहों पर सर्वे में सामने आया कि औसतन 40 फीसदी युवतियां हेलमेट नहीं पहन रही हैं। इसमें सबसे ज्यादा छात्राएं शामिल हैं, जो हेलमेट डिग्गी में रखकर चलती हैं। अधिकतर कामकाजी महिलाएं हेलमेट पहनकर चलती मिलीं।
सामान्य तौर पर महिलाओं और छात्राओं को विनती करने पर चेकिंग के दौरान छोड़ दिया जाता है। अब सख्ती से चालान की कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
अगर आप में हेलमेट और सीटबेल्ट लगाने की आदत नहीं है या फिर रसूखदार हैं तो आज से अपनी आदत में सुधार कर लीजिए। अब चौराहों पर जांच कर रही पुलिस सिर्फ हेलमेट और सीटबेल्ट नहीं लगाने वालों को ही रोककर जांच करेगी। इसके साथ ही बाइक की तरह कार सवारों और एसयूवी गाड़ियों की चेकिंग होगी।
यातायात निदेशालय से मंगलवार को एक आदेश जारी किया है। इसमें साफ तौर पर लिखा है कि केवल वाहनों का कागज चेक करने के लिए नहीं रोका जाएगा। प्रथम दृष्टया हेलमेट और सीटबेल्ट के साथ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को ही रोका जाएगा। इसके बाद यातायात नियमों या ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने वालों के कागज जांचे जाएंगे। दो पहिया वाहनों की तरह चार पहिया और एसयूवी वाहनों की भी जांच की जाएगी।
Input:Live Hindustan