कोरोना संक्रमण के बाद एक बार फिर स्कूलों में कराटे का प्रशिक्षण शुरू होगा। इसके लिए सूबे के हर ब्लॉक से दो-दो माध्यमिक स्कूलों का चयन किया गया है। 1067 स्कूलों की पांच लाख 33 हजार 500 छात्राओं को कराटे और मार्शल आर्ट सिखाया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षकों का चयन कर लिया गया है। प्रशिक्षकों का उन्मुखीकरण 15 अगस्त के बाद शुरू होगा। वहीं सितंबर के पहले सप्ताह से स्कूलों में प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की मानें तो कराटे और मार्शल आर्ट के लिए 120 प्रशिक्षक चुने जा चुके हैं। लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद इनका चयन किया गया है। भारत सरकार की ओर से छात्राओं को कराटे और मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देने की योजना है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण 2020 और 2021 में यह बंद रहा। संक्रमण कम होने के बाद फिर यह योजना शुरू की गयी है। बेटियां आत्मनिर्भर बनें, इसके लिए 120 प्रशिक्षकों में 40 महिलाएं हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की मानें तो पहले महिला प्रशिक्षक नहीं होती थीं। अब कई छात्राएं ब्लैक बेल्ट धारी हैं। इन्हें प्रशिक्षक बनाया गया है।
सितंबर से जनवरी 2023 तक प्रशिक्षण
अभी तक कराटे या मार्शल आर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्यभर के हर स्कूल में चलता था। इस बार हर जिले के दो ब्लॉक दो माध्यमिक स्कूल को चुना गया है। उन स्कूलों को ही चिह्नित किया गया है, जहां पर छात्राओं का नामांकन 500 या उससे अधिक है। प्रशिक्षण कार्यक्रम सितंबर से जनवरी 2023 तक चलेगा। इसमें नौवीं और दसवीं की छात्राएं शामिल होंगी। जो छात्राएं बेहतर करेंगी, उनका अलग से समूह बनेगा। बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से सभी प्रशिक्षकों को छात्राओं को बिना छूए प्रशिक्षण देने को कहा गया है।
Source : Hindustan