मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर चलाए गए ऑपरेशन “आहट” के तहत RPF, GRP और बचपन बचाओ आंदोलन (BBA) की संयुक्त कार्रवाई में मानव तस्करी की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए 18 नाबालिग बच्चों को छुड़ाया गया है। इस दौरान 5 बाल तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
यह कार्रवाई आज सुबह करीब 7:20 बजे मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15228) से की गई। निरीक्षक प्रभारी मनीष कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक गोकुलेश पाठक, उप निरीक्षक सुष्मिता कुमारी, सउनि उदयचंद्र सिंह, आरक्षी रीतेश कुमार, लालबाबू खान, मोहन प्रसाद, स्वेता लोधी, GRP के पीटीसी 568 अमिताभ कुमार और BBA के सहायक परियोजना अधिकारी जय मिश्रा के संयुक्त प्रयास से तस्करों को रंगे हाथ पकड़ा गया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान:
1. मिंटू कुमार (अहियापुर, मुजफ्फरपुर)
2. राकेश पासवान (गायघाट, मुजफ्फरपुर)
3. मो. मुस्तफा (साहेबगंज, मुजफ्फरपुर)
4. रंजीत कुमार (बरुराज, मुजफ्फरपुर)
5. प्रेमचंद्र पंडित (मधुबन, पूर्वी चंपारण)
पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वे बच्चों को बेंगलुरु मजदूरी कराने के लिए ले जा रहे थे। बच्चों को लालच देकर होटल और फैक्ट्री में 10 से 12 हजार रुपये मासिक मजदूरी पर भेजा जाता था।
छुड़ाए गए बच्चों का संबंध इन जिलों से:
• मुजफ्फरपुर (अहियापुर, कांटी, साहेबगंज)
• पूर्वी चंपारण (राजेपुर, रामगढ़वा)
• शिवहर (ताजपुर, तरियानी)
सभी बच्चों की आयु 13 से 17 वर्ष के बीच है। नाम-पता सत्यापन एवं काउंसलिंग के बाद बच्चों को सुरक्षित रखा गया, जबकि तस्करों की तलाशी लेकर आवश्यक वस्तुएं जब्त की गईं।
दर्ज हुआ मामला:
पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जीआरपी मुजफ्फरपुर को सुपुर्द किया गया। इनके खिलाफ कांड संख्या 100/25 दिनांक 05/05/2025 को दर्ज कर U/S-143(6) BNS, 79 JJ Act 2015 एवं 3/14 बाल एवं किशोर श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इस संयुक्त कार्रवाई को लेकर अधिकारियों ने मानव तस्करी के विरुद्ध कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि इस प्रकार की निगरानी आगे भी लगातार जारी रहेगी।