पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर का सामना कर रही है. कोरोना वायरस के नाम से ही लोगों के मन में दहशत का माहौल बन जा रहा है. हालांकि यह जानकर हैरानी होगी कि गुजरात के बनासकांठा में साल 2015 में ही कोरोना आ चुका था.
दरअसल, गुजरात के बनासकांठा में एक होटल मौजूद है. इसका नाम होटल कोरोना है. बनासकांठा में राजस्थान बॉर्डर पर मौजूद अमीरगढ़ में कोरोना के नाम पर मौजूद होटल देखकर लोग चौंक जा रहे हैं. गुजरात में बनासकांठा के बॉर्डर पर मौजूद होटल कोरोना की शुरुआत साल 2015 में हुई थी.
हालांकि लॉकडाउन की वजह से ये होटल फिलहाल बंद है. लेकिन कोरोना नाम के चलते लोग अब होटल के सामने खड़े होकर होटल के साथ अपनी तस्वीरें भी ले रहे हैं. लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना ये होटल अब सेल्फी प्वाइंट बन गया है. होटल कोरोना को शुरू करने वाले बरकतभाई उत्तर गुजरात के ही सिद्धपुर के रहने वाले हैं.
उर्दू शब्द पर होटल का नाम
बरकतभाई ने आजतक से बातचीत में बताया कि साल 2015 में इस होटल को शुरू करते वक्त नाम क्या रहे, इसका ख्याल आया था. तब उन्हें उर्दू का शब्द कोरोना याद आया. उर्दू में कोरोना का मतलब होता है स्टार गैलेक्सी. उनका कहना है कि लॉकडाउन के हालात में जब भी लोग राजस्थान के जोधपुर, पाली जाने वाले इस प्रमुख हाईवे से गुजरते हैं तो इस कोरोना होटल को देखकर लोग जरूर चौंक जाते हैं.
कोरोना वायरस पूरे विश्व में महामारी बनकर फैल चुकी है. इस बीच बरकतभाई का कहना है कि पहले लोग एक हाईवे होटल की तरह ही इसे देखते थे. हालांकि कोरोना बीमारी आने के बाद से लोग यहां खड़े रहते हैं. वहीं होटल के बोर्ड के साथ अपनी तस्वीर जरूर लेते हैं.