भले ही शहर के लोगों को जलजमाव से राहत नहीं मिल रही है। लोग जलजमाव की वजह से त्राहि-त्राहि की स्थिति में है। लेकिन, इसके बावजूद 50 हजार रुपए से ज्यादा का डीजल रोज शहर से पानी निकालने के नाम पर फूंका जा रहा है। बुधवार को कार्यकारी मेयर सह डिप्टी मेयर मान मर्दन शुक्ला ने निगम के अधिकारियों के साथ जलजमाव व सफाई की समीक्षा की। इसमें बताया गया कि शहर से पानी निकालने के लिए 34 मोटर पंप चलाया जा रहा है। इस पर 500 से 550 लीटर डीजल रोज फूंका जा रहा है। डिप्टी मेयर ने कहा कि चाहे जो भी परिस्थिति बन रही हो, शहर के लोगों को राहत मिलनी चाहिए।
सभी वार्ड पार्षदों ने वैसी गलियों की सूची सौंपी है, जहां 15-20 दिनों से जलजमाव है। शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने बैठक में जल्द ही एक सुपर सकर मशीन, तीन जेसीबी व 50 नया ऑटो टिपर खरीदने की जानकारी दी। बैठक में मोतीझील को जलजमाव से राहत दिलाने के लिए पांडे गली रेलवे कल्वर्ट की सफाई को लेकर रणनीति तैयार की गई।
Source: Dainik Bhaskar