फरदो नाला की उड़ाही से पहले अतिक्रमणकारियों का मकान तोड़ने पर तकरीबन 50 लाख की लागत आएगी। इस खर्च को निगम प्रशासन अतिक्रमणकारियों से ही वसूलेगा। एक मकान तोड़ने पर करीब पांच लाख खर्च आएगा। नगर निगम के अमीन ने नाला अतिक्रमण करने वाले ऐसे अतिक्रमणकारियों को चिह्नित किया है। जल्द ही इन सभी को नोटिस जारी किया जाएगा। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने नगर निगम बोर्ड को इस मामले से अवगत कराया है। तकरीबन 20 साल के बाद फरदो नाला की सफाई हो रही है। फरदो नाला की सफाई से मोतीझील से कल्याणी इलाके को जलजमाव से बड़ी राहत मिलेगी। पौने दो करोड़ रुपए का टेंडर निकालकर फरदो नाला की सफाई चल रही है। छाता चौक के पास तीन मंजिला बिल्डिंग ने 5 फीट चौड़ा व 60 फीट लंबा नाला को कब्जा कर लिया है। नगर आयुक्त का भी मानना है कि 20 फीट का नाला कहीं 10 फीट तो कहीं 12 फीट बचा हुआ है। ऐसी स्थिति में नाले के पानी की निकासी तेजी से नहीं हो पा रही है।
कच्ची-पक्की में नोटिस जारी, अतिक्रमण नहीं हटाने पर ~20 हजार तक होगा जुर्माना
दूसरी ओर, कच्ची-पक्की के अतिक्रमणकारियों को निगम प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया। अविलंब अतिक्रमण नहीं हटाने पर 5 हजार से लेकर 20 हजार तक का जुर्माना वसूला जाएगा। कच्ची पक्की से रामदयालु तक नाला बनाने का काम चल रहा है। स्थानीय कुछ लोगों ने पिछले दिनों मापी को लेकर नाला बनाने का विरोध किया था। अमीन संजय कुमार ने मापी करके निगम प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी है। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने बुधवार को आदेश जारी कर सभी अतिक्रमणकारियों को अविलंब अतिक्रमण खाली करने का आदेश दिया।
Source : Dainik Bhaskar