दुबई में आईपीएल के आगाज के साथ ही सट्टा बाजार सक्रिय हो उठा है। मंदी और कोरोना के कारण बाजार में कैश फ्लो की कमी के बावजूद सटोरियों की निगाहें उम्मीद से भरी हुई हैं। रिस्क को समझते हुए इस बार ज्यादा जोर डिजिटली लेन-देन पर है। एप के माध्यम से मुंबई, नागपुर से ऑनलाइन दावं लगा रहे बुकी गुगल-पे समेत दूसरे डिजिटम माध्यम से पेमेंट लेने पर जोर दे रहे हैं।

रोक नहीं पा रही पुलिस :

पैसा कमाने की लालसा को बढ़ावा देने वाली क्रिकेट की सट्टेबाजी महज एक लत नहीं बल्कि खूनी खेल बनती जा रही है। यूपी, मुंबई ही नहीं झारखंड के जमशेदपुर तक में इसकी वजह से हत्या और फायरिंग की वारदात हो चुकी है। सट्टेबाजी के कारण कर्ज में डूबे कई लोग आत्महत्या भी कर चुके हैं। यह शहर सट्टे को लेकर पिछले कुछ वर्षों में दो हत्या, पांच आत्महत्या और दो जगहों पर फायरिंग का दंश झेल चुका है। वर्षों से शहर में चल रहे इस अवैध खेल की जानकारी होने के बावजूद पुलिस इस पर रोक लगाने में सफल नहीं हो पा रही।

अपराधियों की संलिप्तता :

कोरोना काल में आईपीएल में सट्टेबाजी का बाजार अभी भले ही फीका है लेकिन यदि उसपर अभी से लगाम नहीं कसा गया तो आने वाले दिनों में स्थिति विकट हो जाएगी। पिछले दिनों शहर में सट्टेबाजी को लेकर की गयी फायरिंग और अन्य आपराधिक वारदातों ने यह साबित कर दिया है कि अब शहर के सटोरियों ने आपराधिक गिरोह को अपने साथ ले लिया है। जो गिरोह कल तक रंगदारी वसूलते थे वे अब सट्टेबाजी के पैसे वसूलेंगे। शहर में पहले भी क्रिकेट सट्टेबाजी में पैसों की वसूली के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है।

जानलेवा शगल 
29 अगस्त 2018 को टेल्को थाना क्षेत्र के गरुड़ बासा में संदीप नाम के युवक ने क्रिकेट में सट्टा लगाया था। इस कारण घर से 300 मीटर की दूरी पर पेड़ पर फंदा के सहारे आत्महत्या कर लिया।

24 अक्टूबर 2014 को साकची थाना अंतर्गत गरम नाला के शंभू नाथ पांडेय ने घर में पंखा के सहारे लटक कर आत्महत्या कर ली थी। वह क्रिकेट में लगाए सट्टे में हार गये थे और पैसे वसूली के लिए उन्हें धमकी मिल रही थी।

15 जुलाई 2015 को जुगसलाई के नितिन खेरवाल ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वो मैच में सट्टा लगाते थे और लगातार हारने की वजह से कर्जदार हो गये थे।

15 जनवरी 2020 को क्रिकेट की सट्टेबाजी में उलीडीह थाना अंतर्गत डिमना रोड में सुमन रक्षित उर्फ बिट्टू (22) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने माना था कि सट्टे को लेकर ही हत्या हुई। इससे पहले सोनारी और साकची में सट्टेबाजी में पैसे वसूलने को लेकर फायरिंग हो चुकी है।

पुलिस ने गठित की टीम

जमशेदपुर के राजीव रंजन सिंह, डीआईजी कहते हैं कि पहले भी पुलिस ने कार्रवाई की है। परवेज सहित अन्य कई सटोरी पकड़े गए हैं। कोल्हान के तीनों जिलों में आईपीएल क्रिकेट में सट्टेबाजी को लेकर पुलिस टीम का गठन किया गया है और उसमें कार्रवाई की जा रही है।

Input: Live Hindustan

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