मेयर राकेश कुमार ने शहर में स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में बेतरतीब निर्माण और समय का पालन न होने का हवाला देते हुए कहा है कि इससे पूरा शहर अस्त-व्यस्त और शहरवासी परेशान हैं।
पत्र में मेयर ने कहा है कि कई योजनाओं के निर्माण की तय अवधि खत्म हो चुकी पर 20 प्रतिशत काम भी नहीं हुआ है। जगह-जगह सड़क व नाला खोदकर छोड़ दिया गया है। बैरिया चौक से स्टेशन रोड होते हुए धर्मशाला चौक तक स्पाइनल रोड, धर्मशाला चौक से सरैयागंज टावर होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफरल रोड व हरिसभा चौक से कल्याणी होते हुये नगर थाना तक स्मार्ट रोड के निर्माण की समय सीमा फरवरी में बीत चुकी है, लेकिन काम अधूरा है। तिलक मैदान रोड में 14-16 ईंच गहरा नाला बनाया जा रहा है, जिसका टॉप स्लैब 3-4 ईंच ही मोटा है। इससे पानी बहाव नहीं होगा। सड़कों पर नाले का पानी बह रहा है। तिलक मैदान रोड में शॉपिंग मार्ट निर्माण का फंसा है। इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन की समय सीमा समाप्त हो गई पर काम पूरा नहीं हुआ। सूतापट्टी, इस्लामपुर एवं सरैयागंज की फेस लिफ्टिंग, छह चौक-चौराहों का सुदृढ़ीकरण, मिनी बस व ई-रिक्शा स्टॉप आदि कार्य की गति काफी धीमी है। सिकंदरपुर में मल्टीपर्पज स्टेडियम निर्माण का कार्यादेश साईं इंजीकान को मिला था। 15 माह की समय सीमा में 13 माह बीत चुके, पर काम अधूरा है। एजेंसियां विफल हैं और पीएमसी की कार्यप्रणाली सवालों में है।
मेयर बताएं, उन्होंने क्या किया : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने मेयर के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोरोना, भारी बारिश, अतिक्रमण, एनओसी नहीं मिलने समेत कईकारण हैं, जिससे स्मार्ट सिटी के काम में विलंब हुआ। मेयर स्मार्ट सिटी प्रा. लि. के डायरेक्टर हैं। वे बताएं कि उन्होंने काम में तेजी लाने के लिए अपने स्तर पर क्या किया है।
Source : Hindustan