पूर्णिया जिले के परोरा में बिहार के पहले इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ शनिवार को हुआ। यह देश का पहला ग्रीनफील्ड ग्रेन बेस्ड (गन्ना, धान व मक्का) इथेनॉल प्लांट है। शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया। प्रतिदिन 65 किलोलीटर इथेनॉल का उत्पादन इस प्लांट से होगा। 105 करोड़ की लागत इस प्लांट में आई है।
प्लांट के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि पहली बार यहां इथेनॉल का उत्पादन शुरू हुआ है। वर्ष 2007 से इथेनॉल प्लांट के लिए काम किया जा रहा है। हमलोगों ने इसके लिए उस समय की केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया। हमलोगों के पास उस समय कई प्रस्ताव भी आए थे। अब केंद्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। इथेनॉल कैसे बन रहा है इसकी यहां जानकारी मिली और मुझे यह देखकर काफी अच्छा लगा। मक्का, गन्ना, चावल से इसका उत्पादन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी देखा कि कैसे इथेनॉल, पेट्रोल और डीजल के साथ काम करेगा। पहले पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल के उपयोग की सीमा 10 प्रतिशत तय की गयी थी, लेकिन अब इसका उपयोग 20 तक होगा। पेट्रोल- डीजल बाहर से मंगवाना पड़ता है। यहां के इथेनॉल से देश को काफी लाभ होगा। सीमांचल के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। बिहार में उद्योग का विस्तार हो रहा है। 17 अन्य जगहों के लिए भी इथेनॉल प्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है, यह जल्द शुरू होगा।
हर सेक्शन का लिया जायजा : मुख्यमंत्री ने मिलिंग के हर सेक्शन का जायजा लिया। इसके पावर प्लांट, 25 टीपीएच एएफबीसी बायलर, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, डीडीजीएस ड्रायर सेक्शन, प्लांट की उत्पादन क्षमता, रोजगार सृजन, किसानों को मिलने वाले लाभ आदि के संबंध में अधिकारियों एवं एथेनॉल प्लांट प्रबंधन से जुड़े लोगों से विस्तृत जानकारी ली। इस अवसर पर उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन व खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह भी उपस्थित थीं।
गोपालगंज व आरा में प्लांट जल्द: मालूम हो कि इथेनॉल प्लांट में प्रतिदिन करीब 145 से 150 टन चावल अथवा मक्के की जरूरत होगी। गोपालगंज में दो और आरा में एक इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ शीघ्र होगा। प्लांट में तैयार इथेनॉल इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को बेचा जाएगा। इसके लिए तेल कंपनियों से दस साल का करार किया गया है।
सात लाख से अधिक किसानों को लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मक्का का उत्पादन अधिक होता है, लेकिन वो सब बाहर चला जाता है। यहां इथेनॉल प्लांट लगने से आसपास के सात लाख से अधिक किसानों को काफी लाभ होगा और इससे रोजगार भी बढ़ेगा। इथेनॉल उत्पादन से किसानों का मक्का यही खपत हो जाएगा। हम चाहते हैं कि किसान अधिक-से-अधिक मक्का का उत्पादन करें। इथेनॉल प्लांट के प्रमोटर अमिताभ वर्मा और अविनाश शर्मा ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। प्लांट परिसर में मुख्यमंत्री ने पौधरोपण भी किया।
Source : Hindustan