20 महीने में रुपये डबल करने के नाम पर 45 लोगों से दो करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। लोगों ने आरोपित को पकड़कर अहियापुर पुलिस के हवाले किया है। वह डेढ़ साल से फरार था और समस्तीपुर में छिपकर रह रहा था। मंगलवार को मिठनपुरा स्थित अपने रिश्तेदार के घर आया था। जानकारी होने पर लोगों ने उसे दबोच लिया। इसके बाद उसे मिठनपुरा पुलिस ने हिरासत में लिया, लेकिन मामला अहियापुर से जुड़ा होने के कारण अहियापुर पुलिस को सौंप दिया गया।
आरोपित के पकड़े जाने पर अहियापुर थाना पर गहमागहमी बनी रही। इस दौरान आरोपित जमीन बेचकर रुपये चुका देने की बात कहता रहा। अहियापुर थानेदार विजय कुमार सिंह ने बताया कि हिरासत में लिया गया आरोपित अहियापुर के बेला पचगछिया गांव का रहनेवाला है। उसे रुपये के संबंध में पूछताछ की जा रही है। वह कमेटी के माध्यम से लोगों से रुपये लेता था। फिलहाल, लिखित शिकायत नहीं मिली है। आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने बताया कि कि आरोपित ने अहियापुर, मीनापुर व इसके आसपास के लोगों से ठगी की थी। बीस माह में रुपये डबल करने का दावा करता था।
साथ ही हर माह कुल निवेश किए गए रुपये का पांच प्रतिशत लौटाने का प्रलोभन देकर ठगी करता था। लोगों का भरोसा जीतने के लिए एक से दो माह उसने कुल निवेश की पांच प्रतिशत राशि लोगों को दी। भरोसा जीतने के बाद कुल 45 ग्रामीणों से करीब दो करोड़ रुपये ठगी कर फरार हो गया। किसी से 10 लाख तो किसी से 20 लाख रुपये ठग लिए। मोबाइल पर बात करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा था।
गाढ़ी मेहनत की कमाई वापस दिलाने की मांग
आरोपित को हिरासत में लिए जाने के बाद थाने पहुंचे पीड़ितों ने पुलिस अधिकारियों से आरोपित से रुपये वसूलकर दिलाने की मांग की। मीनापुर के नूर छपरा निवासी मो. अशरफ ने पुलिस को बताया कि उसने आरोपित को 25 लाख रुपये दिए थे। पांच लाख रुपये लौटाया। शेष बीस लाख रुपये लेकर फरार हो गया। गाढ़ी मेहनत की कमाई डूबने पर ग्रामीणों में आरोपित के प्रति आक्रोश था।
जान बचाने के लिए मिठनपुरा थाने में घुसा
लोगों ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की रात आरोपित मिठनपुरा आया था। इस दौरान परिचित लोगों ने उसे देख लिया। इससे घबराकर आरोपित मौके से भागने लगा। अपनी जान बचाने के लिए मिठनपुरा थाने में घुस गया। ठगी के शिकार लोगों ने बताया कि शेयर बाजार में रुपये निवेश करने के नाम पर आरोपित ठगी करता था। इसके लिए उसने कमेटी बना ली थी। कमेटी में कई सदस्य थे। अहियापुर पुलिस ने कमेटी में शामिल सदस्यों की भी तलाश शुरू कर दी है।
जमीन बेचकर लोगों ने दिए थे रुपये
रुपये डबल होने के लालच में कई लोगों ने आरोपित को जमीन बेचकर रुपये दिए थे। मुस्तफापुर के अमरेश कुमार ने बताया कि रुपये डबल होने के लालच में आरोपित को दस लाख रुपये दिए। इसके लिए कर्ज लेना पड़ा। दो माह तक उसने रुपये लौटाया। करीब डेढ़ साल पूर्व वह गायब हो गया। रकम वापस पाने के लिए डेढ़ साल से उसे खोज रहा था। चंदन कुमार ने बताया कि बीस माह में दो सौ प्रतिशत ब्याज देने के नाम पर लोगों के साथ ठगी की गई। कई ने जमीन बेचकर आरोपित को रुपये दिए थे।
Source : Hindustan