रोसड़ा में एक हैवान पिता ने अपनी पुत्री को ही हवस का शिकार बनाकर बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया। वह विगत छह वर्षों से डरा धमका कर उसके साथ गंदी हरकत करता था। रोती बिलखती वह इसकी शिकायत मां से भी करती थी, लेकिन जब मां की ममता का छांव भी उसे नहीं मिला तो हिम्मत जुटाकर पिता के कुकृत्य का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो के आधार पर ही रोसड़ा पुलिस हरकत में आई। एसडीपीओ शहरयार अख्तर एवं थानाध्यक्ष रामाशीष कामती ने दल बल के साथ वार्ड नंबर 3 स्थित उसके घर पर छापेमारी की लेकिन पुलिस की भनक मिलते ही वह घर से फरार हो गया। करीब दो घंटे तक संभावित ठिकानों पर छापामारी कर पुलिस ने पापी पिता को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिय। घर से गायब पीडि़ता को भी पुलिस ने उसके एक संबंधी के यहां से बरामद कर लिया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने इस आशय की पुष्टि की। कहा कि पीडि़ता का बयान महिला थाना समस्तीपुर में दर्ज कराया जा रहा है। मामले की गहन पड़ताल भी की जा रही है। अन्य कई की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। जांच के दौरान साक्ष्य मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
दो सप्ताह पूर्व महिला हेल्प डेस्क में दर्ज कराई थी शिकायत
पीडि़ता ने महिला हेल्प डेस्क पटना के नंबर पर इससे संबंधित शिकायत दर्ज कराई थी। वरीय पदाधिकारी द्वारा जांचोपरांत कार्रवाई का आदेश जारी किया गया, लेकिन एसडीपीओ की मानें तो रोसड़ा थाना के महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा पड़ताल के क्रम में पीडि़ता ने शिकायत दर्ज कराने से इनकार किया था। पिता एवं अन्य स्वजनों के दबाव में उसके द्वारा इनकार करना बताया जा रहा है। हालांकि इससे संबंधित वीडियो वायरल होने के करीब 20 घंटा बाद रोसड़ा पुलिस हरकत में आई। त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी।
शिक्षक के साथ पुरोहित के नाम को भी किया कलंकित
पिता-पुत्री के रिश्ते को कलंकित करने वाले पापी ने एक शिक्षक और पुरोहित के नाम पर भी काला टीका लगा दिया है। बताते चलें कि हैवान पिता और उसकी पत्नी स्थानीय संस्कृत विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। गिरफ्तार आरोपी द्वारा पुरोहित का कार्य भी किया जा रहा था। शहर के दर्जनों घरों में पूजा-पाठ कराने के साथ-साथ कई मंदिरों में भी पूजन अनुष्ठान कराता था। उनके इस कुकृत्य ने पूरे समाज को ही कलंकित कर दिया।
कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की उठ रही मांग
घिनौनी हरकत करने वाले शिक्षक पिता की कुकृत्य सामने आने के बाद से ही लोगों में आक्रोश स्पष्ट दिख रहा है। गिरफ्तारी के बाद उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जाने लगी है। शिक्षक व पुरोहित समाज के साथ मोहल्लावासी भी उसे फांसी की सजा दिलवाने की मांग कर रहे हैं। सभी ने एक स्वर से इस घटना को रोसड़ा के स्वच्छ छवि पर एक कलंक बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों को पृथ्वी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। कई सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने भी इस ओर अपनी आवाज बुलंद की है।
Source : dainik Jagran