धर्मशाला चौक से पहले स्टेशन रोड में बरसात के कारण घुटने भर पानी में डूबी सड़क पर पोल में प्रवाहित करंट से दरभंगा के बहेड़ा थाना के माधोपुर जकौली निवासी रोहित कुमार (22)की मौत हो गई। घटना सोमवार सुबह सात बजे की है।
रोहित चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से पिता कैलाश यादव और मां शुभकला देवी के साथ हमसफर ट्रेन से जंक्शन पर उतरा था। दरभंगा की बस जीरोमाइल चौक से पकड़नी थी। इसके लिए मोतीझील ओवरब्रिज पर ऑटो पकड़ने तीनों पैदल ही जा रहे थे। कैलाश यादव ने बताया कि घुटने भर पानी में डूबी सड़क पर डिवाइडर का किनारा पकड़कर जा रहे थे। अचानक आगे चल रहा रोहित फिसला। जैसे ही उसने खंभे को पकड़ा वह सटा ही रह गया। नगर थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि कैलाश यादव आवेदन दिया है, लेकिन मामला नहीं दर्ज कराया है।
करंट से मौत के बाद गमगीन पिता कैलाश यादव ने पुत्र रोहित को कैसे करंट लगा और किस तरह उसकी मौत हुई सारी बातें पुलिस को बताई। एएसआई शैलेंद्र सिंह ने उसके बयान के आधार पर उसका आवेदन लिखा। इसी आवेदन में कैलाश ने लिखा है मुझे कोई केस नहीं करना। एएसआई ने कहा केस करने से मुआवजा भी मिल सकता है। तब रोते हुए कैलाश ने जवाब दिया, जवान बेटा नजर के सामने नाले के पानी में डूबी सड़क पर करंट से तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। अब मुआवजा लेकर क्या करूंगा। इस तरह कैलाश के बयान में लिखा गया है कि ना मैं केस दर्ज कराना चाहता हूं और नहीं पोस्टमार्टम। पुलिस ने शव कैलाश और उसके परिवार वालों को सौंप दिया। इस घटना की देर शाम तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई थी। परिवार के लोग गाड़ी से शव लेकर दरभंगा लौट गये।
चचेरे भाई की शादी के बाद रोहित का होने वाला था छेका : कैलाश यादव ने बताया कि परिवार में दो-दो शादी है। रोहित के बड़े भाई और चचेरे भाई की शादी होनी थी। इसी शादी समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली से सभी आ रहे थे। दिल्ली मे रोहित और उसके पिता निजी कार्य करते हैं। मां शुभकला देवी ने बताया कि रोहित के लिए लड़की देख ली थी।
बांस से बेटे को धकेला
कैलाश यादव सड़क किनारे की दुकान में बांधे बांस को किसी तरह नोचकर निकाला। उसी बांस से करंट लगने से पानी भरे सड़क पर गिरकर छटपटा रहे रोहित को आगे की ओर धकेला। मां शुभकला देवी रोहित के पीठ के बैग का फीता पकड़कर खींची। एक राहगीर ने मदद की, तो उसे लेकर सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा। लेकिन, चिकित्सकों ने नब्ज देखने के बाद मृत बता दिया।
करंट से मौत के बाद जागा निगम, डेढ़ हजार खंभों में लपेटा प्लास्टिक
करंट से राहगीर की मौत के बाद नगर निगम की नींद खुली। नगर आयुक्त ने आनन फानन में पानी में डूबे बिजली के सभी खंभों में पॉलीथिन व प्लास्टिक लिपटवाया। ताकि आगे किसी अन्य शहरी को करंट नहीं लगे। इसके बाद नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने घटना की जांच के लिए कार्यपालक अभियंता, सिटी मैनेजर और सहायक अभियंता की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। इस संबंध में जारी पत्र में नगर आयुक्त ने करंट से मौत की बात नहीं लिखी।
उन्होंने लिखा है कि ऐसी सूचना मिल रही है कि धर्मशाला चौक के पास पानी में गिरने से युवक की मौत हो गई है। यह घटना कैसे ही इसकी जांच कर रिपोर्ट दें। हालांकि शाम तक कमेटी ने नगर आयुक्त को जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी। दूसरी तरफ इस घटना को लेकर दिनभर निगम में कई चर्चाएं चलती रही।
निगम प्रशासन दे मुआवजा : मेयर
मेयर राकेश कुमार ने धर्माशाला चौक के पास स्ट्रीट लाइट के खंभे में करंट से दरभंगा के युवक की मौत मामले में नगर निगम प्रशासन को दोषी कर्मियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मृतक को निगम स्तर से मुआवजा देने के लिए भी निगम प्रशासन जरूरी कदम उठाए। इधर, धर्मशाला चौक व्यवसायी संघ के संयोजक सह राजद नेता अब्दुल मजीद ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि नगर निगम की विफलता खुलकर सामने आ गई है। मृतक को दो करोड़ रुपये मुआवजा मिले।
Source : Hindustan