कांटी बिजली घर (केबीयूएनएल) अपनी आय बढ़ाने के लिए फ्लाई ऐश की नीलामी करेगा। अब फ्लाई ऐश के मुफ्त वितरण पर रोक लगा दी गई है। पहली बार 14 जून को ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। इसमें शामिल होने के लिए कांटी बिजली घर के फ्लाई ऐश ब्रांच के एजीएम दीपक नाथ ने उत्तर बिहार के फ्लाई ऐश ईंट फैक्ट्री के संचालकों व ठेकेदारों को पत्र लिखा है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय, एनटीपीसी व एनजीटी के दिशा-निर्देश पर कांटी बिजली घर पहली बार फ्लाई ऐश की नीलामी करने जा रहा है। इससे प्राप्त होनेवाली आय को फ्लाई ऐश के प्रबंधन में खर्च किया जाएगा। नीलामी के जरिये 25 हजार मीट्रिक टन ड्राई फ्लाई ऐश ठेकेदारों व उद्यमियों को बेची जाएगी। पूर्व से ईंट फैक्ट्री संचालकों को प्रतिमाह 350 मीट्रिक टन फ्लाई ऐश नि:शुल्क दी जाती थी, लेकिन अब रोक लगा दी गई है। इसपर फ्लाई ऐश ईंट फैक्ट्री के संचालकों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने बताया कि एनजीटी के निर्देश पर कांटी बिजली घर की ओर से फ्लाई ऐश नि: शुल्क मिलती रही है। अब नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पैसा खर्च करना पड़ेगा।
19 ठेकेदार व ईंट फैक्ट्री संचालक होंगे शामिल
सरकारी उपक्रमों को छोड़कर उत्तर बिहार के 19 ठेकेदार व ईंट फैक्ट्री संचालक नीलामी प्रक्रिया में शामिल होंगे। ये सभी केबीयूएनएल से पंजीकृत हैं। इसमें से कई वेंडर का काम करते हैं। ये केबीयूएनएल से प्राप्त फ्लाई ऐश दूसरे को आपूर्ति करते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए एनजीटी की ओर से फ्लाई ऐश के तत्वरित निष्पादन के निर्देशों के बाद केबीयूएनएल ने नीलामी प्रक्रिया शुरू की है।
एनटीपीसी के निर्देश पर फ्लाई ऐश की नीलामी की जा रही है। इससे प्राप्त आय को फ्लाई ऐश के बेहतर प्रबंधन पर खर्च किया जाएगा। -अतुल पाराशर, पीआरओ, केबीयूएनएल
Source : Hindustan