कर्नाटक में एक हनी ट्रैप का मामला सामने आया है. यहां एक डॉक्टर को हनी ट्रैप में फंसाकर 1.16 करोड़ वसूल लिए गए. घटना की जानकारी लगने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी. इस मामले में घटना की शिकायत कलबुर्गी के अलंद शहर के बाबूराव ने उप्परपेट पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी बाद में मामले की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग ने की.
डॉक्टर ने दोस्त को दिए थे 66 लाख रुपये
हनी ट्रैप मामले की जब जांच की गई तो पता चला कि पीड़ित डॉक्टर का दोस्त नागराज इसका मास्टरमाइंड है. पुलिस के अनुसार बाबूराव एक क्लीनिक चलाता है और वह अपने बेटे को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना चाहता था. नागराज ने उन्हें बेंगलुरु के अच्छे कॉलेज में बेटे को सीट दिलाने का आश्वासन दिया और उसके एडमिशन के लिए 66 लाख रुपये बाबूराव से मांगे थे.
नागराज ने पीड़ित ने नहीं लौटाए पैसे
शिकायत के मुताबिक बाबूराव ने किश्तों के माध्यम से नागराज को 66 लाख रुपये दिए थे, लेकिन आरोपी नागराज उसके बेटे को मेडिकल कॉलेज में सीट नहीं दिला सका. बेटे का दाखिला नहीं होने की वजह से बाबूराव ने नागराज से अपने पैसे वापस मांगे. बार बार गुहार लगाने के बाद भी उसने पैसा नहीं लौटाया.
पैसे लौटाने के बहाने होटल में बुलाया
एक दिन नागराज ने बाबूराव को पैसे देने के लिए बेंगलुरु आने के लिए कहा. नागराज ने जनवरी 2020 में बाबूराव के लिए एक होटल बुक किया और खुद भी उसी होटल में रहा. पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि दूसरे दिन सुबह तड़के उसके कमरे में दो महिलाएं घुसीं और उसके बेड में बैठ गई. महिलाओं के आने के बाद ही कुछ देर में पुलिस अधिकारी होने का दावा करने वाले तीन लोग वहां पहुंचे.
वेश्यावृत्ति का मामला दर्ज ने करने के लिए मांग 70 लाख
उन लोगों ने महिलाओं समेत मुझ पर (बाबूराव) अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया. बाबूराव ने बताया कि उन्होंने महिलाओं के साथ खड़ा करके फोटो खीचें. उन्होंने डॉक्टर से सोने के जेवर और 35 हजार रुपये भी लिए. फिर नागराज ने अपने डॉक्टर दोस्त की मदद करने के बहाने अपने दोस्त को फोन किया जिसने पुलिस को उसके खिलाफ वेश्यावृत्ति का मामला दर्ज करने से रोकने के लिए बाबूराव से 70 लाख रुपये की मांग की.
डॉक्टर ने बताया कि जब उसने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं है तो उन्होंने 50 लाख रुपये देने के लिए कहा. इतना रुपया देने के बाद भी नागराज ने बाबूराव से कमरे में मिली दो महिलाओं की जमानत के लिए 20 लाख रुपये और मांगे. डॉक्टर ने जब पैसे देने से इनकार कर दिए तो नागराज ने चार अनजान लोगों को भेजा और धमकाने की कोशिश की.
इस बीच जब डॉक्टर ने हिम्मत जुटाई तो उसने उन लोगों से पूछताछ शुरू कर दी. तो कहीं उनकी सच्चाई सामने न आ जाए इस डर से वे वहां से भाग गए. इसके बाद बाबूराव ने पुलिस स्टेशन जाकर घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दे दी. पुलिस ने मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अभी मामले की जांच चल रही है.
Source : News18