मुजफ्फरपुर : बेखौफ बदमाशों ने सोमवार की सुबह करीब 11.30 बजे नगर थाने से चंद कदमों की दूरी पर मोतीझील बीबी कालेजिएट गली में कपड़ा शोरूम के कर्मियों से 16.40 लाख रुपये लूटने की कोशिश की। कर्मी जान जोखिम में डालकर लुटेरों से भिड़ गए। शोरगुल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। नकाबपोश चार लुटेरे पुलिस के सामने से बाइक से भाग निकले। इस दौरान बदमाशों ने फायरिंग भी की। हालांकि पुलिस ने फायरिंग से इन्कार किया है।
बताया गया कि मोतीझील स्थित सागर रेडीमेड शोरूम के कर्मी रमेश कुमार व आमोद कुमार दुकान से 16.40 लाख रुपये लेकर तिलक मैदान रोड स्थित एक बैंक में जमा करने जा रहे थे। पैसे दो दिनों की बिक्री के थे। दोनों नकद लेकर बाइक से आगे बढ़े। बीबी कालेजिएट गली में अपराधियों ने उन्हें घेर लिया। दो अपराधी पैदल थे। कर्मियों की कनपटी पर पिस्टल सटा दी। हाथ से रुपये वाला थैला छीनने का प्रयास किया। कर्मियों ने विरोध किया और भिड़ गए। लुटेरों को धक्का देकर गिरा दिया। कर्मी नकदी लेकर दुकान की तरफ भागने लगे। कर्मियों व लुटेरों के बीच उठापटक भी हुई। स्थानीय लोगों को जुटते देख पिस्टल लहराते बदमाश भाग निकले। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो बाइक पर सवार चार लुटेरे जवाहरलाल रोड की ओर भागे। हालांकि पुलिस का कहना है कि दो ही बदमाश थे। सीसीटीवी में दो बदमाशों की तस्वीर कैद है। जवाहरलाल रोड में पुलिस की गश्ती भी थी, लेकिन भनक तक नहीं लगी। लोगों का कहना है कि पुलिस के सामने से ही लुटेरे भाग निकले। सूचना पर नगर डीएसपी रामनरेश पासवान व नगर थाने के दारोगा ओमप्रकाश दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। कर्मियों से पूछताछ कर आसपास लगे सीसी कैमरे को खंगाला। इसमें भाग रहे बाइक सवार दो लुटेरों की तस्वीर कैद है। पुलिस तस्वीर के सहारे गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
कपड़ा दुकान के कर्मियों से लूट की कोशिश की गई। सीसी कैमरे के फुटेज को खंगालकर लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। लुटेरों ने फायरिंग नहीं की। -रामनरेश पासवान, नगर डीएसपी
किसी भी वारदात को अंजाम देने के पहले अपराधियों द्वारा रेकी की जाती है। इसके बाद सटीक सूचना हासिल कर वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंच जाते हैं।
सोमवार को कपड़ा कारोबारी के कर्मी से लूट के प्रयास में भी यह बातें सामने आई। भले ही लूट की घटना नहीं हो सकी, लेकिन दिनदहाड़े मोतीझील में लूट की कोशिश बड़ी बात है। इसने पुलिस को सोचने पर विवश कर दिया।
घटना टल जाने की बात कहकर पुलिस फीलगुड में दिखी, लेकिन इससे पुलिस की खुफिया इनपुट पर भी सवाल उठ रहे हैं।
बहरहाल पुलिस इस दिशा में जांच के लिए उस इलाके में लगे सीसी कैमरे के फुटेज का पिछले एक सप्ताह का रिकार्ड खंगाल रही है। क्योंकि फुटेज से यह पता चला सके कि शोरूम से लेकर रास्ते तक रेकी में कौन-कौन शामिल थे।
क्योंकि अपराधियों को यह पता था कि शनिवार व रविवार को बिक्री की मोटी रकम बैंक में जमा के लिए भेजी जाएगी।
रिकार्ड पर गौर करें तो इसके पूर्व भी इसी गली में मोबाइल कारोबारी अभिषेक अग्रवाल की लूट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद इससे सटे तिलक मैदान रोड एजाजी मार्ग में पान मसाला के थोक कारोबारी गो¨वद ड्रोलिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में शामिल शूटर व अपराधी फिर से बीबी कालेजिएट गली में दोबारा घटना को अंजाम देने की नीयत से पहुंचे थे, जहां पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें शूटर घायल हो गया था। इस तरह से मोतीझील बीबी कालेजिएट गली व आसपास का इलाका अपराधियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा। बावजूद पुलिस की तरफ से इन इलाकों में गश्ती नहीं बढ़ाई जा रही।
Source : Dainik Jagran