शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए मुजफ्फरपुर में प्रस्तावित रिंग रोड को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व सूबे के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के बीच इसपर सहमति बनी। इसके साथ ही केंद्र ने दरभंगा के लिए भी रिंग रोड को मंजूरी दे दी है।
मुजफ्फरपुर में बनने वाले रिंग रोड की लंबाई पहले 17.5 किलोमीटर थी, लेकिन अब इसका एलाइनमेंट हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच 77 से मुजफ्फरपुर-बरौनी एनएच 28 को जोड़ेगा जबकि दरभंगा में मुंगेर-मिर्जा चौक का हिस्सा रिंग रोड में शामिल होगा। लगातार कई साल से चल रही यह कवायद अब नतीजे पर पहुंच गई है। उम्मीद की जा रही है कि अगले दो महीने में रिंग रोड के डीपीआर का काम पूरा कर लिया जाएगा।
गया और भागलपुर के लिए आएगी टीम: केंद्र सरकार ने दोनों शहरों में रिंग रोड बनाने पर मुहर लगा दी जबकि गया और भागलपुर में रिंग रोड के लिए एलाइनमेंट तय करने के लिए केंद्र सरकार की टीम आएगी। बैठक के बाद मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और भागलपुर चार शहरों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रिंग रोड बनाने पर चर्चा हुई। इसमें केंद्रीय मंत्री ने दरभंगा और मुजफ्फरपुर रिंग रोड की मंजूरी दे दी है जबकि गया और भागलपुर के एलाइनमेंट पर असहमति है। एलाइनमेंट तय करने के लिए केंद्रीय टीम आएगी। इसके बाद ही इन दोनों शहरों में रिंग रोड बनाने की मंजूरी मिलेगी। बता दें कि मुजफ्फरपुर शहर में आए दिन भीषण जाम की समस्या से शहरवासी जूझते हैं। अभी स्मार्ट सिटी के काम को लेकर यह समस्या और विकराल हो गई है। इससे निजात की मांग शहरवासी करते रहे हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित की जाएंगी 12 सड़कें
बैठक में 12 सड़कों को एनएच घोषित करने पर चर्चा हुई। मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अरसा पहले ही इन सड़कों को एनएच घोषित करने की बात कही गई है। इसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनएच घोषित करने के लिए इसे जल्द ही प्लानिंग जोन में भेजा जाएगा जिसकी निगरानी पीएमओ से होती है। इसके बाद औपचारिक प्रक्रिया कर सभी को एनएच घोषित कर दिया जाएगा। एनएच घोषित होने वाली सड़कों में गया के बेलागंज से नालंदा के बलुआ मोड़ होते हुए राजगीर मोड़, जपला-डंगवा-नवीनगर-बारूण, मेहसी-झापा वाया तेतरिया, बरहिमा-अरेराज-सुगौली, भेजा-नुनुपट्टी-बंजारी-लौकहा-सिंहेश्वर-चकमाका, गणपतगंज-परवाहा फारबिसगंज वाया प्रतापगंज, बाली-पोठू-माहिदपुर-तुतुरकही-मानिकपुर-शकुरबाद-बभना, कुशेश्वरस्थान-खगड़िया, सकरी-मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना-फुलपरास, मांझी-एकमा-महाराजगंज-बरौली और हाजीपुर-महुआ-ताजपुर शामिल है।
इन परियोजनाओं पर भी चर्चा
मंत्री ने वैसी परियोजनाओं पर विशेष रूप से चर्चा की जिसका भूमि अधिग्रहण होना बाकी है। भारत माला फेज-2 के तहत सुल्तानगंज से देवघर कांवरिया पथ को जोड़े जाने की चर्चा हुई। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भागलपुर तक विस्तार करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा एनएच-122, एनएच-331, एनएच-120, एनएच-131बी, एनएच-219, एनएच-319ए की पर्यावरणीय स्वीकृति पर चर्चा हुई। बैठक में पथ निर्माण सचिव संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी, अभियंता प्रमुख हनुमान प्रसाद चौधरी, मुख्य अभियंता (एनएच) अमरनाथ पाठक, मुख्य अभियंता (अनुश्रवण) नीरज सक्सेना, एनएचएआई के क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
Source : Hindustan