महज 16 साल की मुजफ्फरपुर की मरियम फातिमा ने मंगलवार को रोहतास खेल भवन में पटना की अभिलाषा दीपू को मात देकर इतिहास रच दिया। उसने नगीना प्रसाद मेमोरियल बिहार गर्ल्स अंडर-19 चेस टूर्नामेंट जीतने का गौरव हासिल किया।
मरियम ने सर्वाधिक पांच अंक हासिल कर शीर्ष पर रहते हुए यह मुकाम हासिल किया। सारण की सान्या वर्मा (4 अंक) को रनरअप से संतोष करना पड़ा। मुजफ्फरपुर की ही आद्याश्री (2.5) नौवें स्थान पर पिछड़ गई। मरियम ने प्रथम बिसात पर सफेद मोहरे से खेलते हुए कैथलन ओपनिंग से बाजी की शुरुआत की। अभिलाषा दीपू 15वीं चाल में अपना घोड़ा कटा बैठी। मरियम ने उसके राजा पर किलेबंदी शुरू कर दी। अंतत: 30वीं चाल में अपनी हार स्वीकर कर अभिलाषा बिसात पर से उठ गई।
मरियम 2017, 2019 व 2021 में खिताब जीत चुकी है। कम उम्र में मरियम के नाम बिहार सीनियर वुमेंस, जूनियर, अंडर-11 व 15 चेस टूर्नामेंट का खिताब है। बिहर-झारखंड के समय सीनियर वुमेंस चेस में लगातार कई सालों तक चैम्पियन रही नेहा सिंह से मरियम ने ताज छीनी थीं। वहीं बालक वर्ग में मुजफ्फरपुर के तेजस शांडिल्य (4 अंक) 11वें स्थान पर रहे।
ट्रॉफी मिलते ही आंखों से छलक पड़े आंसू
बिहार के विभिन्न जिलों से आये खिलाड़ियों के बीच सासाराम के डीडीसी शेखर आनंद ने जैसे ही मरियम के हाथों में ट्रॉफी थमायी, वैसे ही मरियम की आंखों में आंसू छलक पड़े, क्योंकि इस एतिहासिक पल पर उनकी मां सबिस्ता जबीं पारस हॉस्पिटल, गुड़गांव में भर्ती हैं। उनके पिता इम्तियाज अहमद भी गुड़गांव में हैं। कोच आभाष कुमार ने बताया कि सभी टूर्नामेंट के समय उनकी मां मौजूद रहती थीं। इससे मरियम पूरे उत्साह के साथ बाजी खेलती थी, लेकिन इस बार धैर्य रखते हुए उसने चौथी बार अंडर-19 कैटेगरी में न केवल कामयाबी हासिल की, बल्कि मुंबई में होने वाली नेशनल अंडर-19 के लिए चौथी बार क्वालिफाई भी किया।
Source : Hindustan