अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शन के बीच तीनों सेनाओं ने साझा बयान में साफ कर दिया है कि #अग्निपथ_योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवरों को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। इसके साथ ही देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
वहीं, अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में ट्रेन सेवाएं बाधित रही हैं। कई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई कथित फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हुई है और अन्य कई घायल हैं। वहीं, पटना के तारेगाना रेलवे स्टेशन पर आगजनी करने वालों ने पुलिस के एक वाहन को भी आग लगा दी है।
अधिकारियों के अनुसार, विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े सेना के पांच फर्जी उम्मीदवारों को विरोध प्रदर्शन के लिए गिरफ्तार किया गया है। सहारनपुर पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी या तो अलग-अलग राजनीतिक दलों के सदस्य हैं या फिर पदाधिकारी हैं। उधर, पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्राधिकार में अग्निपथ योजना के विरोध में जारी प्रदर्शन की वजह से 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और 6 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया।
बिहार पुलिस के मुताबिक, पिछले 3 दिनों में कुल 138 FIR दर्ज की गई है और 718 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीसीटीवी फुटेज और वीडियोग्राफी के जरिए हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हिंसा भड़काने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
Source: Jansatta