भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने बिहार में उच्च शिक्षा व्यवस्था की स्थिति को लेकर जदयू पर निशाना साधते हुए ने कहा कि बिहार में शिक्षा विभाग जदयू के पास है और उन्हें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि उच्च शिक्षा में सत्र विलंब नहीं हो। स्नातक की पढ़ाई तीन साल में पूरी हो, इसको लेकर काम किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में स्नातक में नामांकित छात्रों को अब भी दूसरे वर्ष की परीक्षा देना बाकी है। ऐसी व्यवस्था हो कि छात्रों की परीक्षा समय पर हो। इस पर गंभीरता से जदयू को ध्यान देना चाहिए। डॉ. जायसवाल ने यह भी कहा कि मुझे हंसी आती है कि जदयू ने अग्निवीर योजना पर पुनर्विचार करने को कहा है।
तो क्या कुलाधिपति पर सवाल उठा रहे हैं? : जेडीयू
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने संजय जायसवाल पर पलटवार किया है कि उन्हें इस बात की जानकारी जरूर होगी कि विश्वविद्यालय शिक्षा के प्रशासनिक ढांचे के प्रमुख कुलाधिपति होते हैं। ऐसे में उच्च शिक्षा के सत्र के विलंब पर सवाल उठाने वाले क्या कुलाधिपति पर सवाल खड़ा कर रहे हैं? केंद्र सरकार की अनुशंसा पर ही कुलाधिपति पदस्थापित होते हैं।
नीरज कुमार ने यह भी कहा कि कॉलेजों के सत्र नियमितीकरण का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं है। राज्य सरकार के मंत्री और विभाग के पदाधिकारी सत्र को नियमित करने के लिए कुलाधिपति, कुलाधिपति कार्यालय, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के स्तर पर लगातार बैठककर इस दिशा में सार्थक पहल करते रहे हैं। राज्य सरकार की इच्छा शक्ति के कारण ही राष्ट्रीय स्तर पर जारी आंकड़े बताते हैं कि बिहार में खासकर महिलाओं की पहुंच उच्च शिक्षा में काफी बढ़ी है।
Source : Hindustan