पताही हवाई अड्डे से उड़ान की संभावना तलाशने के लिए देश की दो बड़ी विमान कंपनियों ने हवाई अड्डे मुआयना किया है। दोनों विमान कंपनियां अब हवाई अड्डा प्राधिकार व उड्डयन मंत्रालय के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। दोनों कंपनियों द्वारा इच्छा जतायी जाने के बाद उन्हें मुआयना कर रिपोर्ट देने को कहा गया था।
घरेलू विमान सेवा की अग्रणी कंपनी स्पाइस जेट व ऐरो एविएशन ने पताही हवाई अड्डे को चालू करने में दिलचस्पी दिखायी है, लेकिन वार्ता चूंकि नतीजे पर नहीं पहुंची है, इसलिए कोई भी पक्ष आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों ही कंपनियों के बिजनेस हेड, तकनीकी अधिकारी व हवाई अड्डा प्राधिकार के प्रतिनिधियों ने पताही हवाई अड्डे का निरीक्षण किया है।
पीपीपी मॉडल पर उड़ान की तैयारी : पताही हवाई अड्डे से हल्के विमान सेवा की शुरुआत पीपीपी मोड पर करने का निर्णय लिया गया है। इसमें एक विमान कंपनी, दूसरा हवाई अड्डा प्राधिकार के साथ एक बैंक भी शामिल होगा। केदारनाथ में अपना ऑपरेशन चलाने वाली कंपनी स्पाइस जेट व ऐरो एविएशन ने अपने अपने लिए बैंक पार्टनर की भी तलाश कर ली है। हवाई अड्डा प्राधिकार से हरी झंडी मिलने के बाद त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर की संभावना है।
उत्तर-पूर्व की तरफ फैलेगा हवाई अड्डा
वर्तमान में पताही हवाई अड्डे का रकबा सौ एकड़ है और इसका रनवे एक किलोमीटर लम्बा है। छोटे विमानों के उड़ने के लिए रनवे कम से कम 1250 मीटर होना आवाश्यक है। हवाई अड्डा प्राधिकार ने इसके लिए करीब 80 एकड़ जमीन अधिग्रहण का निर्णय लिया है। रनवे विस्तार का जो खाका तैयार किया गया है, उसके मुताबिक वर्तमान एयरपोर्ट में पूर्व में कांटी रोड तक जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा और उत्तर में एक निजी कॉलेज से कुछ दूरी तक अधिग्रहण की तैयारी है।
दो कंपनियां रेस में
पवन हंस एयरवेज ने भी अपना प्रस्ताव उड्डयन मंत्रालय के पास रखा है, जो अभी विचाराधीन है। पताही हवाई अडडे के विकास के लिए युगांडा की एक कंपनी ने भी प्रयास किया, लेकिन राजनीतिक विरोध के कारण उसे अपना हाथ पीछे खींचना पड़ा है। फिलहाल इसके लिए दो कंपनियां रेस में हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जमीन अधिग्रहण के लिए लोगों से सहमति की मांग की है और राजनीतिक स्तर पर ग्रामीणों का सहमति पत्र जुटाया जा रहा है।
Source : Hindustan