राघवेंद्र कुमार जिन्हें अब दुनिया हेलमेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से जानती है. आज विश्व के अलग-अलग देशों से सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए बुलावा आ रहा है. राघवेंद्र कुमार को काठमांडू (नेपाल) में एशियन एक्सीलेंस अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान काठमांडू हयात रिजेंसी होटल में आयोजित किया गया था. मुख्य अतिथि नेपाल लुंबनी प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर पोखरेल के हाथों से हेलमेट मैन को अवार्ड मिला.
हेलमेट मैन को पुरस्कार के लिए इनका चयन अप्रैल माह में हुआ था. यह पुरस्कार एशियाई देशों मलेशिया, मेक्सिको, भारत, इंडोनेशिया, नेपाल, सिंगापुर, फिलीपींस, मॉरीशस, श्रीलंका, से तीस व्यक्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य के लिए दिया गया.जिसमे पहले पायदान पर भारत से हेलमेट मैन का नाम था.
राघवेंद्र कुमार पिछले 8 सालों से सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए कार्य कर रहे हैं. भारत के हर नागरिक को स्मार्ट रोड यूजर बनाना चाहते है.उसके लिए स्कूली स्तर पर ही बच्चो को हेलमेट की अनिवार्यता के लिए हेलमेट बैंक बना रहे है. सड़कों पर बिना हेलमेट चलने वाले सवारियों को जागरूक करते हैं और उन्हें निशुल्क हेलमेट पहनाते हैं. अब तक 55 हजार से ज्यादा लोगो को फ्री हेलमेट पहना चुके हैं. हेलमेट मैन को भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी बधाई दी और और उनके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए मदद करने के लिए भी कहा.
सड़क दुर्घटना पूरे विश्व के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. कम इनकम वाले देशों में सड़क हादसों की वजह से ज्यादा मौतें हो रही है अन्य देशों की तुलना में भारत का अस्थान सबसे ऊपर है. अलग-अलग देशों के पत्रकार ने अलग-अलग मंचो पर भारत के हेलमेट मैन के कार्यों की सराहना की है. साउथ एशिया यूनियन की अंतरराष्ट्रीय पत्रकार वीना सरवार ने हेलमेट मैन के कार्यों की सराहना करते हुए संयुक्त राष्ट्र को पत्र भी लिखा है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने भी असुरक्षित परिवहन प्रणाली पर चिन्ताजनक व्यक्त करते हुए बड़ी मीटिंग बुलाई थी. अब तक 5 करोड़ से ज्यादा लोग की सड़क हादसों से विश्व भर में मौत हो चुकी है. संयुक्त राष्ट्र ने विश्व भर में सड़क हादसों को 2030 तक 50% कम करने का लक्ष्य रखा है. ग्लोबल लीडर के रूप में पहचान बना चुके हेलमेट मैन इसी वर्ष दिसंबर में मलेशिया और श्रीलंका में सड़क सुरक्षा जागरूकता का कार्यक्रम करेंगे. अगले साल से अन्य कई देशों में उनकी यात्रा सड़क सुरक्षा जागरूकता को लेकर कार्य करने वाले हैं. इस यात्रा से हेलमेट मैन की सोच है भारत दुनिया में नंबर वन बने सड़क सुरक्षा जागरूकता के क्षेत्र में.