स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को एसकेएमसीएच में एईएस को लेकर समीक्षा बैठक की। इससे पहले उन्होंने पीकू के एईएस वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि एईएस को लेकर अभी अलर्ट रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एईएस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये गए प्रयास सराहनीय है। फिर भी वर्तमान में तापमान और उमस में वृद्धि को देखते हुए अलर्ट रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य, विभाग जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों की आपसी समन्वय के साथ चलाए जा रहे अभियान को जारी रखने की जरूरत है। किसी भी सूरत में लापरवाही और कोताही नहीं चलेगी।
मंत्री ने एसकेएमसीएच में भर्ती मरीजों की संख्या, एईएस प्रोटोकॉल, रेफरल सिस्टम, दवाओं की उपलब्धता इत्यादि से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की। इससे पूर्व उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने एईएस को लेकर किए जा रहे कार्यों के विस्तृत जानकारी दी। वही केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी के द्वारा पीपीटी के माध्यम से बिंदुवार विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। बैठक में स्वास्थ विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि 2022 में जनवरी से लेकर अभी तक मुजफ्फरपुर जिला में कुल 38 केस आये जबकि अन्य जिलों को मिलाकर कुल 58 मरीज सामने आए।
स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक व वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने जिले के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कहा है कि एईएस को लेकर स्वास्थ्य केंद्रों पर कई दवा और उपकरण नहीं है। एईएस को लेकर हुए गैप असेसमेंट में यह बात सामने आई है। यह गैप असेसमेंट 23 से 27 मई के बीच की गई थी। इसकी रिपेार्ट भी विभाग को सौंप दी गई है। गैप असेसमेंट में बात सामने आई है कि कुछ स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाएं और उपकरण नहीं हैं।
Source: Live Hindustan