शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी की सूचना लीक करने के आरोप में उत्पाद थाने से हटाए गए 19 होमगार्ड जवानों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू कर दी है। एसएसपी जयंतकांत ने इसका आदेश दिया है। पुलिस लाइन डीएसपी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के तहत जांच करेंगे। होमगार्ड के जिला समादेष्टा ने हटाए गए सभी होमगार्ड जवानों को तत्काल हथियार जमा कराने के लिए नोटिस जारी किया है।
एसएसपी ने बताया कि हथियार पुलिस महकमे के हैं। उत्पाद थाने से 19 होमगार्ड जवानों को 19 जुलाई को ही हटा दिया गया था। उन्हें तत्काल होमगार्ड कोत में हथियार जमा कराकर समादेष्टा कार्यालय में संपर्क करना था, लेकिन 24 घंटे बाद होमगार्ड जवान हथियार लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। मीडिया को बयान दिए जाने के समय भी हथियार के साथ दिखे थे। एसएसपी ने कहा कि किसी तरह का आंदोलन या प्रदर्शन करने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन इसमें सरकारी हथियार लेकर कोई कैसे पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि यह गंभीर अपराध की श्रेणी में है। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद जरूरत पड़ी तो इसके लिए एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। हथियार रखने को लेकर जुर्माना भी किया जा सकता है।
बता दें कि उत्पाद अधीक्षक संजय राय ने उत्पाद थाने में प्रतिनियुक्त 19 होमगार्ड जवानों को हटाने को लेकर बीते 19 जुलाई को होमगार्ड समादेष्टा को पत्र लिखा था। इसमें होमगार्ड जवानों पर आरोप लगाया था कि मद्य निषेध की छापेमारी के लिए निकलने वाली टीम की सूचना माफिया को लीक कर रहे थे। साथ ही अधिकारियों की बातें नहीं मानते थे और बिना बताए ड्यूटी से गायब हो जा रहे थे।
होमगार्ड जवानों के आरोपों की भी होगी जांच
होमगार्ड जवानों द्वारा उत्पाद अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच भी की जाएगी। इसके लिए डीएम स्तर से टीम बनाई जा रही है। होमगार्ड जवानों के बिंदूवार जांच की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उत्पाद थाने में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला जाएगा। साथ ही उत्पाद थाने में तैनात सभी गार्ड व पदाधिकारियों का बयान लिया जाएगा। जवानों ने आरोप लगाया है कि उत्पाद थाने से जब्त शराब बेची गई है। उत्पाद अधिकारी अक्सर होमगार्ड जवानों के साथ गाली-गलौज करते हैं। महिलाओं के साथ भी उनका व्यवहार अच्छा नहीं रहता। उत्पाद अधिकारियों पर शराब माफियाओं से मिले होने का भी आरोप लगाया है।
Source : Hindustan