सीतामढ़ी में एक शिक्षक स्कूल के अंदर 7 साल की छात्रा को अश्लील वीडियो दिखा रहा था। बच्ची ने इसकी शिकायत अपने परिवार से की। इसके बाद परिवार वालों ने शिक्षक की जमकर पिटाई कर दी। शिक्षक ने कहा कि वो अकेले वीडियो देख रहा था। बच्ची को उसने वीडियो नहीं दिखाया। वहीं बच्ची का कहना है कि सर मुझे गंदा वीडियो दिखा रहे थे।

मामला डूमार थाना इलाके के प्राइमरी स्कूल रामपट्टी का है। शिक्षक की पिटाई का वीडियो भी सामने आया है। इसमें ग्रामीणों की ओर से शिक्षक पर अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप लगाते हुए मारपीट कर रहे हैं।

इस संबंध में पीड़ित छात्रा की मां ने कहा कि आरोपी शिक्षक मुकेश कुमार उनकी बच्ची को पिछले दो महीनों से अश्लील वीडियो दिखा रहा था। इसकी शिकायत स्कूल के एचएम से की गई थी। लेकिन वह बात को अनसुना कर दिया। वही, इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है। उन्होंने ही बीईओ को फोन करके बुलाया है।

दो गुट में बंटे ग्रामीण

आरोपी शिक्षक बच्चों को हमेशा वीडियो दिखाया करते थे। इसी बीच एक छात्रा ने इसकी शिकायत अपने परिजन को कर दी। इसके बाद परिजन स्कूल पहुंचे। इसकी सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए। हालांकि, शिक्षक की पिटाई मामले में गांव के लोग दो गुट में बंट गए।

एक गुट पीड़ित शिक्षक मुकेश कुमार को बचाने में लगी थी। वहीं, दूसरा गुट पिटाई कर रही थी। इसी बीच ग्रामीणों की भीड़ से बंधक बने शिक्षक को पूर्व पंचायत समिति सदस्य विनोद कुमार समेत कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर मुक्त कराकर बाहर निकाला।

बीईओ ने स्कूल बंद कराया

पहले गुट के लोगों का कहना है कि शिक्षक की हरकत को छात्रा ने बताई है। जिस पर अभिभावक व ग्रामीण आग बबूला होकर विद्यालय पहुंचकर शिक्षक की पिटाई की। वहीं दूसरे गुट का कहना है कि मामले को बिना समझे शिक्षक की पिटाई करनी सही नहीं है।

विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक कर इसकी जांच की जाएगी। इस संबंध में बीईओ पूनम कुमारी जांच के लिए पहुंच गई। हंगामा बढ़ता देख स्कूल को बंद करवा दिया।

वहीं सोमवार को विद्यालय खुलने पर पुनः जांच की बात कही है। बताया गया की सोमवार को स्कूल के अन्य बच्चों से पूछताछ करने के बाद दोषी पाए जाने पर शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।

Source : Dainik Bhaskar

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