बिहार में कोरोना के बढ़ते रफ्तार की चपेट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आ गए थे. इस वजह से पिछले एक सप्ताह से ज़्यादा वक्त तक वो मुख्यमंत्री आवास में ही रह कर कोविड प्रोटोकॉल के तहत अपना इलाज करवा रहे थे. इस दौरान कोविड की वजह से नीतीश कुमार कोई भी सरकारी काम नहीं कर पा रहे थे, लेकिन मंगलवार को चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री का चेकअप किया और उन्हें निगेटिव पाया. जैसे ही सीएम नीतीश कुमार स्वस्थ हुए, एक बार फिर वो सक्रिय हो गए और सबसे पहले बाढ़ से जुड़े हालात की पूरी जानकारी ली.
नीतीश कुमार बुधवार को गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर और उफान को देखने के लिए खुद निकल पड़े. बुधवार की शाम पांच बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक जल संसाधन मंत्री संजय झा को अपने सरकारी निवास एक अणे मार्ग में बुलाया और बाढ़ के खतरे की आशंका को लेकर पूरी जानकरी ली. इस दौरान उन्होंने पटना में गंगा और उसके सटे गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर की भी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने जानकारी मिलते ही तुरंत गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखने की इच्छा जताई. इस दौरान यहां मंत्री संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सहित कुछ और अधिकारी भी मौजूद थे.
सीएम नीतीश कुमार ने सबसे पहले सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया. मुख्यमंत्री नवनिर्मित अटल पथ से होते हुए जे.पी सेतु गए और वहां से वापस गंगा पथ तक गंगा के बढ़े जलस्तर को भी देखा. इसके अलावा उन्होंने पीएमसीएच के पास गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का भी जायजा लिया. इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से भी गंगा के वॉटर लेवल में बढ़ोतरी हुई है.
मुख्यमंत्री ने जायजा लेने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए वो पूरी तरह से अलर्ट रहें और हर तैयारी मुकम्मल रखें.
Source : News18