स्कूली बसों में सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। सुरक्षा के लिए सबसे अहम जाने जाने वाली सीसीटीवी कैमरे का उपयोग स्कूली बसों में नहीं हो रहा है। बुधवार को डीटीओ सुशील कुमार व एमवीआई रंजीत कुमार ने तीन स्कूलों के छह परिसरों में लगी 40 बसों की जांच की। इसमें से एक में भी सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला।
दोनों अधिकारियों ने दो दर्जन बिंदुओं पर स्कूल बसों की जांच की। बखरी, खबड़ा, मालीघाट व मिठनपुरा स्थित स्कूल परिसर में खड़ी स्कूल बसों की जांच की गई। फस्ट एड बॉक्स, अपातकालीन डोर, प्रदूषण, फिटनेश, स्पीड गोवर्नर, फायर सेफ्टी, जीपीएस व ओवर लोडिंग के अलावा चालकों का डीएल आदि को जांचा गया। मौके पर डीटीओ व एमवीआई ने चालकों व खलाशी से बसों के बारे में जानकारी ली। विभाग की अलग-अलग टीम स्कूल परिसरों में पहुंची।
अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधक व प्रिंसिपल को अविलंब बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया। बच्चों से भी बसों के अलावा चालकों के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके अलावा नियमित रूप से बसों की फिटनेश व प्रदूषण की जांच कराने का निर्देश दिया गया। एमवीआई ने बताया कि जांच में केवल सीसीटीवी की कमी मिली है। स्कूल संचालकों को अविलंब सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया है। बताया कि यह कार्रवाई नियमित रूप से चलेगी। जल्द ही अन्य स्कूलों की बसों की भी जांच की जाएगी।
Source : Hindustan