तीन पान मसाला कारोबारियों के 20 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने लगातार दूसरे दिन भी छापेमारी जारी रखी। गोला बांध रोड निवासी पान मसाला कारोबारी राजेश अग्रवाल उर्फ बाबू भाई द्वारा 40 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने का मामला सामने आया है। इसमें से अधिकतर राशि से राजेश अग्रवाल ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कई एकड़ जमीन खरीदी हुई है। जमीन व बैंक लॉकर को लेकर आयकर के अधिकारियों को साक्ष्य मिले हैं।
आयकर विभाग की टीम को राजेश अग्रवाल के घर के ठीक सामने रह रहे बहनोई पवन सिंघानिया, मोतीझील इलाके में रह रहे एक अन्य रिश्तेदार सुरेश खेतान और आमगोला रोड स्थित मैनेजर प्रदीप शर्मा के आवास से भी अवैध संपत्ति को लेकर साक्ष्य मिले हैं।
आयकर की टीम ने केदारनाथ रोड स्थित ग्रीन कुमार केसरी के आवास से 25 लाख रुपये बरामद किए। इससे पूर्व बुधवार को राजेश अग्रवाल उर्फ बाबू भाई के गोला बांध रोड स्थित आवास और अन्य ठिकानों से एक करोड़ 35 लाख रुपये बरामद किए गए थे। अब तक कुल नकद बरामदगी 1.60 करोड़ हो गई है। दोनों के बैंक लॉकर में बड़े पैमाने पर नगद व सोने रखे जाने की जानकारी भी मिली है।
दरभंगा में अनिल कुमार अग्रवाल के घर से दूसरे दिन 20 लाख के गहने मिले। अग्रवाल बंधु अनिल कुमार अग्रवाल और राजेश कुमार अग्रवाल के आवास से मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत अन्य स्थानों पर जमीन और मकान में 40 करोड़ रुपये निवेश के साक्ष्य मिले हैं। गुरुवार देर रात छापेमारी जारी रही। आयकर टीम ने बताया कि संभवत: शुक्रवार तक यह कार्रवाई जारी रहेगी।
पान मसाला कारोबारियों ने हवाला से भी किया लेनदेन
आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी के दूसरे दिन शहर के दोनों पान मसाला कारोबारियों के लॉकरों की चाबी लेकर बैंक से संपर्क साधा है। दोनों द्वारा हवाला कारोबार के जरिए अवैध कमाई की जाने के संबंध में भी टीम को जानकारी मिली है।
आरोप है कि कारोबारियों ने दूसरे राज्यों में भी हवाला के जरिये पैसे भेजे हैं और कुछेक बार मंगवाएं भी हैं। बड़ी रकम में कर चोरी की गई है। बताया गया कि राजेश अग्रवाल कुल टर्नओवर का 20 प्रतिशत हिस्सा आईटी रिटर्न में प्रदर्शित करता था। शेष 80 प्रतिशत टर्नओवर कच्चे पेपर पर करता था। ग्रीन केसरी भी ऐसा ही करता था।
दोनों की अवैध कमाई व संपत्ति का पता लगाने के लिए करीब आधा दर्जन मोबाइल आयकर टीम ने जब्त किया है। राजेश अग्रवाल व ग्रीन केसरी पर आगे की कार्रवाई के लिए जल्द ही पूछताछ करेगी। छापेमारी लगातार बुधवार को सुबह सात बजे से लेकर गुरुवार की देर रात तक जारी रही।
राजेश ने एसी में छिपा दिया था अपना मोबाइल
छापेमारी की भनक लगते ही राजेश अग्रवाल ने गोला बांध रोड स्थित आवास के गुप्त ठिकानों पर छिपने से पूर्व अपना मोबाइल एसी के अंदर डाल दिया। परिजनों द्वारा सख्ती से पूछताछ के बाद राजेश सामने आया। वह काफी देर तक अपने मोबाइल को लेकर टीम को भटकाने की कोशिश करता रहा। परिवार की एक महिला ने मोबाइल के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी।
गोदाम व ठिकानों की टीम ने ली तस्वीर
छापेमारी के दौरान आयकर टीम ने राजेश अग्रवाल व ग्रीन केसरी के घर, दुकान, गोदाम व अन्य ठिकनों की तस्वीर ली। टीम ने दोनों द्वारा अर्जित वैध-अवैध संपत्ति का आकलन शुरू कर दिया है। जमीन व मकानों की कीमत के अलावा गोदामों में मिले माल के आधार पर दोनों के कारोबार का आकलन किया जा रहा है। टीम ने ट्रांसपोर्टरों से भी संपर्क साधा है।
Source : Hindustan