नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन से अलग होकर अपने पुराने सहयोगी लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ आते हुए बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई है. बिहार की बदलती राजनीति के बीच ख़बर है कि नीतीश कुमार की नजर केंद्र की राजनीति पर टिक गई है. वो 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी में जुट गये हैं. नीतीश कुमार न सिर्फ जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाना चाहते हैं बल्कि बीजेपी विरोधियों को एकजुट करने की कवायद भी शुरू करने के लिए देश भर का दौरा कर सकते हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए यह तमाम जानकारी दी.
ललन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हमलोगों ने आग्रह किया है कि देश भर में आपके कई नेताओं से बेहतर संबंध हैं इसलिए उस संबंधों को बढ़ाते हुए आप बीजेपी विरोधी तमाम पार्टियों को एकजुट करें, और दिल्ली में सबसे मुलाकात कर एक साथ बैठक करें. साथ ही देश भर का दौरा कर एक माहौल बनाएं जिससे 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को परास्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि एक बार बिहार में सुचारु ढंग से महागठबंधन सरकार चलने लगे उसके बाद नीतीश कुमार इस कवायद में लग जाएंगे, ऐसा हमलोगों की उम्मीद है. वहीं, ललन सिंह खुद भी जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए लगातार नॉर्थ ईस्ट का दौरा कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि अगले साल नागालैंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को इतने वोट मिल जाएंगे जिससे जेडीयू राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी.
‘देश की पुकार है, नीतीश कुमार देश भर का दौरा करें’
वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने भी न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि यह समय और देश की पुकार है कि नीतीश कुमार देश का दौरा करें और सामान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट कर मजबूत गठजोड़ बनाएं ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव में एक मजबूत गठबंधन बन सके. इस तरह बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को 2024 में हराया जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि हम अभी यह नही कह रहे हैं कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, लेकिन उनमें प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए जो गुण होने चाहिए, वो तमाम गुण मौजूद हैं. जहां तक बात है कि देश भर के दौरे पर नीतीश कुमार कब निकलेंगे यह फिलहाल तय नहीं हुआ है, लेकिन पक्का है कि जल्द ही वो देश भर का दौरा करेंगे. नीतीश कुमार के दौरे से जेडीयू को भी फायदा मिलेगा क्योंकि नीतीश कुमार जहां-जहां दौरा करेंगे वहां जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार होगा.
वहीं, नीतीश कुमार के देश भर के दौरे और विरोधियों को एकसाथ लाने की कवायद पर बीजेपी ने चुटकी ली है. पार्टी ने कहा कि अब हम मान लेते हैं कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के सहयोगी की भूमिका में हैं. अब उनके पास कोई काम बचेगा नहीं इसलिए जहां घूमना है वो जाएं, इससे क्या फर्क पड़ता है. देश की जनता फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लाएगी, इसकी हमें पूरी उम्मीद है.
Source : News18