राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के खिलाफ छापेमारी से नाराज बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग (इनकम टैक्स) को केंद्र सरकार का ‘तीन जमाई’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इन्हें उन राज्यों में भेजती है जहां वो सत्ता में नहीं है. बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद बनी महागठबंधन सरकार के द्वारा विधानसभा में लाए गए विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वो समाजवादी विचारधारा को समाप्त करने के प्रयास के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है.
तेजस्वी ने कहा कि मेरे पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी, मेरी बहनें और मैं, हम सभी समाजवादी विचारधारा के प्रति समर्पण की कीमत चुका रहे हैं. मुख्यमंत्री और मेरी विचारधारा समान है. हम समाजवादियों ने जो बोया है उसे आप (बीजेपी) नहीं काट सकते. उन्होंने मीडिया के कुछ धड़ों को लेकर भी निराशा जतायी और कहा कि उन लोगों ने बिना किसी आधार के कहा कि गुरुग्राम में एक मॉल पर सीबीआई ने छापा मारा है, वो मॉल उनका (तेजस्वी यादव) है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इन मीडिया संस्थानों को कुछ पड़ताल करनी चाहिए. यह (मॉल) हरियाणा के किसी व्यक्ति का है और इसका उद्घाटन बीजेपी के सांसद ने किया था.
बिहार विधानसभा में विपक्ष का नेता कौन होगा, इसपर फैसला लेने में बीजेपी की अक्षमता पर चुटकी लेते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि दिल्ली में बैठे लोग बिहार की आत्मा को नहीं समझते. यहां डराना-धमकाना नहीं चलता है. तीन ‘जमाइयों’ को यहां भेजने से हम नहीं डरने वाले. बीजेपी बिना दूल्हे की बारात जैसी नजर आ रही है. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने ‘साहसिक फैसला’ लिया है और यह देश के लोगों के लिए ‘आशा की नयी किरण’ लेकर आई है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं को यह भी याद रखना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को और किसी ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं समाजवादी कहा था. उन्होंने कहा कि आप सभी 2024 के आम चुनावों से डरे हुए हैं क्योंकि बिहार में संयुक्त विपक्ष बीजेपी को बुरी तरह हराएगा इसलिए तीन जमाइयों को भेजा जा रहा है.
वहीं, सदन में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बार-बार ‘जमाई’ शब्द के उपयोग पर बीजपी के नेताओं ने विरोध जताया.
Source : News18