मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गयाजी में गंगाजी को लाकर वादा पूरा कर दिया हूं। गंगा जल को मोहड़ा के तेतर जलाशय में संग्रहित किया जाएगा और यहां से गया और बोधगया के घर घर में आपूर्ति की जाएगी। अब समझ लीजिए गंगाजी और गयाजी एक साथ रहेंगे। गयाजी के लिए गंगाजी चलकर आईं हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को हवाई मार्ग से मोहड़ा प्रखंड के तेतर पहुंचे और तेतर में गंगाजी गयाजी जलाशय योजना का उद्घाटन किया। जलाशय में पानी आने के बाद मुख्यमंत्री ने गंगा जल का स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
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— Gaurav kumar (@Gauravjournal) October 8, 2022
गयाजी के लिए गंगाजी चलकर आईं हैं
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि गयाजी के लिए गंगाजी चलकर आईं हैं। चार महीने गंगाजी का पानी जलाशय में संग्रहित किया जाएगा और अगले आठ महीने तक गया और बोधगया में जल की आपूर्ति की जाएगी। वर्ष 2006 में गयाजी आए थे तो पानी की किल्लत की जानकारी मिली थी। राज्य सरकार ने गयाजी में गंगाजी का पानी लाने के लिए साढ़े चार हजार करोड़ रुपये खर्च किया है। इस योजना का शिलान्यास मैंने ही किया था और उद्घाटन भी मैं ही कर रहा हूं। गंगाजी का पानी राजगीर पहुंच गया था, उसे गयाजी पहुंचाने के लिए अधिकारियों ने काफी मशक्त की है। तेतर जलाशय में लाए गए पानी को ट्रीटमेंट कर पीने लायक बनाकर घर-घर पहुंचाया जाना है।
बोधगया और राजगीर ऐतिहासिक स्थल हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेतर में बने जलाशय को गंगाजी गयाजी जलाशय योजना के नाम से जाना जाएगा। गया, बोधगया और राजगीर ऐतिहासिक स्थल हैं। गयाजी में गंगाजी का पानी आने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री के साथ में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन के प्रधान सचिव संजय अग्रवाल, मगध रेंज के आइजी विनय कुमार, डीएम डा. त्यागराजन एसएम, एसएसपी हरप्रीत कौर आदि मौजूद थे।
नवादा के लिए बनेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
मुख्यमंत्री ने शनिवार दोपहर बाद गंगा उदवह योजना के तहत नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड अंतर्गत मोर्तनाजे में बने रिजर्ववायर का निरीक्षण किया। यहां करीब 20 मिनट तक मुख्यमंत्री ने मोर्तनाजे के पूरे इलाके में जलापूर्ति से जुड़े निर्माण कार्य को देखा। नवादा की डीएम उदिता सिंह ने बताया कि गिरियक रिजर्ववायर से राजगीर को पेयजल आपूर्ति की जाएगी। नवादा जिले के लिए मुख्यमंत्री ने अलग से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए पहाड़ी इलाके में जमीन चिन्हित की जाएगी। इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिये नवादा तक पानी पहुंचाया जाएगा। नवादा जिले के लिए अलग से रिजर्ववायर भी बनाया जाएगा।
राजगीर गंगा होगा घोड़ा कटोरा रिजर्वबायर
गंगाजल उद्भव योजना का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री गिरियक के घोड़ा कटोरा भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने योजना से जुड़े वरीय अधिकारियों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां ली तथा काम को ससमय पूरा करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना भूजल क्षरण वाले क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। कहा कि अब यह जलाशय राजगीर गंगा के नाम से जाना जाएगा।