मुजफ्फरपुर : मैट्रिक परीक्षा 2023 के लिए विद्यार्थी अब 15 अक्टूबर तक फॉर्म भर सकेंगे। छात्र हित में बिहार बोर्ड ने परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है। पहले फॉर्म भरने की तिथि 8 अक्टूबर तक ही थी। विभिन्न स्कूलों से बड़ी संख्या में छात्रों के अब तक फॉर्म नहीं भरे जाने की जानकारी मिलने के बाद बोर्ड ने समय बढ़ाने का निर्णय लिया है।
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि मैट्रिक परीक्षा 23 में शामिल होने वाले रजिस्टर्ड विद्यार्थियों का वेबसाइट पर मूल पंजीयन कार्ड और परीक्षा आवेदन का प्रपत्र अपलोड है। इससे पहले भी विद्यार्थियों को मूल पंजीयन कार्ड में किसी तरह की गड़बड़ी को लेकर सुधार का मौका दिया गया था। इसके बावजूद छात्रों के आवेदन में बड़ी संख्या में गड़बड़ी मिल रही है। बोर्ड ने निर्देश दिया कि मूल पंजीयन कार्ड में नाम, माता-पिता का नाम, फोटो आदि में अगर कोई त्रुटि है तो संबंधित स्कूल के प्रधान के द्वारा पोर्टल पर ऑनलाइन सुधार किया जाएगा। सुधार के बाद फॉर्म अपलोड कर देना है। बोर्ड ने कहा कि अगर भविष्य में किसी छात्र के एडमिट कार्ड में गड़बड़ी रहती है तो इसके लिए स्कूल प्रभारी जवाब देह होंगे न कि बोर्ड। यही नहीं, फॉर्म में हुई त्रुटियों में स्पेलिंग में सुधार किया जा सकता है। पूरी तरह से नाम को बदला नहीं जा सकता है।
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि दृष्टिबाधित छात्राओं को विज्ञान के स्थान पर संगीत और गणित के स्थान पर गृह विज्ञान की परीक्षा देनी है। इसमें वे बच्चे आते हैं जो दोनों आंखों से देखने में सक्षम नहीं है और इसका फॉर्म में उल्लेख भी किया है। इसके बावजूद यह देखा जा रहा है कि ऐसे बच्चे जिन्हें देखने में थोड़ी दिक्कत है, उनका भी दृष्टिबाधित के रूप में फॉर्म भरा जा रहा है और इन बच्चों का विषय बदला जा रहा है। बोर्ड के सामने इस तरह की कई गड़बड़ी सामने आई है और इसे लेकर सभी स्कूल प्रभारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि अगर इस तरह का खेल किया जाता है तो संबंधित प्रधान पर कठोर कार्रवाई की जाएगी और ऐसे बच्चे परीक्षा देने से भी वंचित हो जाएंगे। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि संशोधित और सुधार के बाद पंजीयन विवरण के आधार पर परीक्षा आवेदन भरने की प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक स्कूल प्रभारी करेंगे।
Source : Hindustan