बिहार में शराबबंदी के बावजूद नशे के आदी लाेग नहीं मान रहे। कुछ लाेग कई-कई गुना अधिक पैसे देकर अवैध धंधेबाजाें से शराब मंगवा रहे हैं ताे काफी संख्या में लाेग पड़ाेस के राज्याें समेत नेपाल तक चले जा रहे। इसी क्रम में बिल के विवाद में गंडक प्राेजेक्ट के एक कर्मी काे वहां के शराब विक्रेता ने बंधक बना लिया। इसकी सूचना यहां की पुलिस काे तब मिली जब उसकी पत्नी ने सदर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, पुलिस ने तत्परता दिखा उसके माेबाइल लाेकेशन काे ट्रेस करते नेपाल पहुंच गई। साथ ही शराब विक्रेता के बिल की राशि चुकता कर बंधक बने कर्मी काे मुक्त कराया।
बताया गया कि शराब पीने के लिए नेपाल गए उक्त सरकारी कर्मी की जेब में दो हजार रुपए थे। विक्रेता का कहना था कि उसने 4 हजार रुपए की शराब पी। 2 हजार कम हाेने पर उसे एक कमरे में बंधक बनाकर रख लिया। अपहरण की आशंका पर माेबाइल लाेकेशन ट्रेस करते जब पुलिस की विशेष टीम बुधवार की रात नेपाल पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने बिल की राशि चुकता कर उसे छुड़ाया और गुरुवार की अहले सुबह मुजफ्फरपुर लायी। उक्त गंडक कर्मी की पत्नी ने दो दिन पूर्व सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस को बताया कि उसका पति दो दिनों से लापता है। मोबाइल भी स्विच ऑफ है। अनहोनी की आशंका से सभी परिजन डरे हुए हैं। शिकायत पर पुलिस ने तत्काल खोजबीन शुरू की ताे उसके मोबाइल का लोकेशन नेपाल में मिला। फिर वरीय अधिकारियों के निर्देश पर विशेष टीम काे नेपाल भेजकर उसे छुड़ाया गया।
पीने के चक्कर में भूला : जेब में दो हजार थे, शराब पी ली 4 हजार की
पुलिस सूत्रों के अनुसार उक्त गंडक कर्मी शराब पीने के चक्कर में भूल गया कि उसके पास कितने रुपए हैं। जब पैसे जमा करने की बारी आई तो पास में 2 हजार रुपए थे और बिल 4 हजार रुपए का बन चुका था। रुपए कम पड़ने पर होटल के कर्मचारियों ने उसे बंधक बना लिया। इसी बीच बुधवार की देर रात बिहार पुलिस पहुंची ताे जुर्माने की राशि जमा कर उसे मुक्त कराया। सदर थानेदार सतेंद्र मिश्रा ने बताया कि उसे नेपाल से लाकर पीआर बांड पर परिजनों को सौंप दिया गया है।
बॉर्डर इलाका बन गया है मयखाना : नेपाल ही नहीं पड़ाेसी राज्य भी जा रहे पियक्कड़
बिहार में एक अप्रैल 2016 से पूरी शराबबंदी है। शराब पीने के आदि लाेग इसके लिए पड़ाेस के राज्याें झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल से लेकर नेपाल तक चले जा रहे हैं। शाम होते ही नेपाल के मलंगवा समेत कई शहर गुलजार हो जाते हैं। हाल में खुफिया विभाग ने भी राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भेजी थी जिसमें कहा गया था कि सीतामढ़ी, मधुबनी, पूर्वी-पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, सुपौल आदि जिलाें से प्रतिदिन हजारों लोग शराब पीने के लिए बाॅर्डर पार जा रहे हैं। ऐसे लाेगाें में बड़े बड़े वीआईपी व सरकारी कर्मियाें समेत पुलिसवाले भी हाेते हैं। इधर, इसे लेकर पुलिस की ओर से बाॅर्डर पर सख्ती बढ़ाने की पहल की गई है।
Source : Dainik Bhaskar