कचरा टिपर चालकों की हड़ताल के कारण लगातार तीसरे दिन रविवार को भी शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव नहीं हुआ। घर से कूड़ा उठाव के लिए मासिक 30 से 75 रुपये शुल्क नगर निगम को दे रहे शहरवासी सड़क पर घर का डस्टबिन खाली करने को मजबूर हैं। इस साल अब तक यूजर चार्ज में तीन करोड़ रुपये की वसूली नगर निगम कर चुका है।
करीब 60 टन कूड़ा हर दिन डोर-टू-डोर उठाव हो रहा था। अब यह सड़क पर फेंका जा रहा है। इससे सड़क पर कचरे का लोड बढ़कर 250 टन हो गया है। शुक्रवार से ठप हुई डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव को पटरी पर लाने के लिए नगर निगम वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पा रहा है। काफी प्रयास के बाद रविवार को 50 में से महज चार टिपर सफाई के लिए निकल पाए। नगर निगम प्रशासन सोमवार व मंगलवार से इसकी व्यवस्था कर लेने का दावा किया है। बता दें कि चालकों का आरोप है कि निजी एजेंसी मासिक राशि में कटौती करके देती है।
Source : Hindustan