मुजफ्फरपुर: साइबर ठग जिले के हजारों गर्भवती महिलाओं को ठगी का शिकार बना रहे हैं। महिलाओं के बैंक खाते साइबर ठगों के निशाने पर हैं। इसके लिए वो सरकारी कार्यालय से इनका नम्बर जुटा कर झांसा देते हैं। उन्हें पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि के देने की बात करते हैं व पैसे भुगतान के नाम पर उनके बैंक डिटेल लेते हैं। बैंक डिटेल की जानकारी मालूम होते ही उनके खाते में पहले से पड़ी राशि गायब हो जा जाती है। शनिवार को शहर के अलावा बोचहां, कांटी व औराई की दर्जनों गर्भवती महिलाओं के नंबर पर इस तरह का फोन आने का मामला सामने आया हैं।
कांटी के लश्गरीपुर की गर्भवती चांदनी ने इस मामले में बताया कि शनिवार की शाम को उनके नंबर पर फोन आया। दूसरी तरफ से उसका नाम लेते हुए पूछा गया कि उसे पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि का भुगतान हुआ है या नहीं। नहीं बताये जाने पर साइबर ठग ने कहा कि वह प्रखंड कार्यालय से बोल रहा है। उसके नंबर पर 5 हजार रुपए भेजे जाएंगे। इसलिए ठग ने चांदनी से उसके बैंक अकाउंट नम्बर आदि की मांग की। चांदनी ने कहा कि उसके पास बैंक खाता नहीं है तो साइबर ठग ने कहा कि कोई बात नही वो अपने घर के किसी अन्य का भी खाता नंबर दे सकती हैं। पैसे उस अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे।
चांदनी ने अपने परिजनों को सारी जानकारी दी। उसके बाद उस नंबर पर कॉल बैक कर पूछा कि वह कहां से बोल रहा है तो एक उसने कहा कि प्रखंड कार्यालय से लेकिन किस प्रखंड कार्यालय से बोल रहा हैं,इस बात की जानकारी नहीं दी।और बाद में फोन काट दिया।
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नीतू कुमारी ने इस मामले में कहा कि मुशहरी के कई वार्डों की सेविकाओं ने गर्भवतियों को प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए फर्जी कॉल आने की मौखिक शिकायत की है। लाभार्थियों को अपना डिटेल किसी को नहीं बताना चाहिए। किसी तरह की ठगी होने की स्थिति में मामले में एफआईआर दर्ज करानी चाहिए।