जिले के अहियापुर थाना इलाके में बीते 15 दिनों में लूट-पाट की पांच वारदातों को अंजाम दिया गया है। इन सभी घटनाओं में लुटेरों का हुलिया समान पाया गया है। हालांकि लूटपाट करने वाले इस गैंग का सुराग अबतक पुलिस नहीं ढूंढ़ पा रही है।
वहीं लूट की एक घटना में ग्रामीणों ने एक लुटेरे को पकड़ लिया। उसने मौके से भागे बाइक सवार अपने साथी का नाम भी पुलिस को बताया लेकिन फिर भी चिह्नित अपराधी को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।
पटना के जगनपुरा निवासी अम्बेदकर कुमार शर्फुद्दीनपुर स्थित एसबीआई में कार्यरत हैं। अहियापुर के कोल्हुआ शिक्षा नगर मोहल्ला में रहते हैं। बीते 19 दिसंबर को बैंक से ड्यूटी के बाद
वह लौट रहे थें। इस दौरान मेडिकल ओवरब्रिज पर दो अपराधियों ने उन्हें पकड़ लिया व चाकू दिखा कर उनसे मोबाइल और नौ सौ रुपये आदि सामान लूट लिया। अम्बेदकर कुमार के लूटे हुए मोबाइल का लोकेशन जब ट्रैक किया गया तो मोबाइल शहबाजपुर गांव में लोकेट हुआ। लेकिन पुलिस सुराग नहीं ढूंढ पाई। अम्बेदकर कुमार से लूटपाट करने वाले अपराधियों के जैसे ही दो अपराधियों ने बीते 27 दिसंबर को कांटी थाने के बगाही निवासी रौशन कुमार को दरभंगा फोरलेन पर संगमघाट के पास बाइक से पीछा करके घेर लिया व चाकू दिखाकर रुपये और मोबाइल निकालने को कहा। रौशन ने जब सामान नहीं निकाला तो एक अपराधी ने उसके जांघ में चाकू घोप दिया। इसके बाद उसका सारा पैसा, मोबाइल आदि छीन लिया। रौशन कांटी एनटीपीसी में काम करता है।
बीते 29 दिसंबर को घरेलू गैस एजेंसी के कर्मचारी शेखर कुमार को गोली मारकर बाइक सवार दो अपराधियों ने 65 हजार रुपये लूट लिए था। इसमें शामिल अपराधियों का हुलिया 26 दिसंबर को झपहां में मछली व्यवसायी हरेंद्र सहनी को लूटपाट के दौरान गोली मारने वाले बाइक सवार अपराधियों से मेल खा रहा।हालांकि इन घटनाओं के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस अबतक अपराधियों को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम रही हैं।
नगर डीएसपी राघव दयाल ने कहा हैं कि वारदात के बाद फरार शातिरों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है। लूट में चिह्नित हुए शहबाजपुर के रौशन के घर पर छापेमारी की गई। आईओ को उसके फरार रहने पर कुर्की की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।