बिहार में शराबबंदी हैं लेकिन समय-समय पर कई जगहों से कई ऐसे मामले आते हैं जिसमें शराब पीने के कारण कई लोगों की मौत हो जाती है। इस मामले में सीएम नीतीश कुमार को अपने ही गठबंधन के नेताओं का साथ नही मिल पाता है। आरजेडी के भी कुछ नेता लोग नीतीश कुमार की शराबबंदी पर सवाल उठा रहे तो दूसरी तरफ महागठबंधन में शामिल हम के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इस पर विचार करने की मांग कर रहे है। परंतु अब इस मामले में सीएम नीतीश को लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का साथ मिला है। कभी शराब पीकर सड़क पर घूमने वाले का वीडियो जारी कर शराबबंदी पर सवाल उठाने वाले तेजप्रताप यादव ने कहा है कि शराब पीने वाले सड़क पर घूमते रहते हैं।अगर किसी शराबी पर नजर पड़ी तो उसे अपनी गाड़ी में बिठा कर सीधे थाने पहुंचा देंगे, ताकि उन्हें जेल भेजा जा सके। इसके साथ ही तेजप्रताप यादव ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी खत्म नहीं होगा। बिहार में शराब पूरे तरीके से बंद रहेगा। इससे गरीबों को लाभ मिल रहा हैं। इतना ही नही उन्होंने ये भी कहा कि अगर शराबबंदी कानून का विरोध हुआ तो वो इसके समर्थन में आंदोलन करेंगे।
हालांकि लालू के बड़े लाल जबतक विपक्ष में शामिल थें तबतक उन्होंने शराबबंदी का विरोध किया था। उसके विरोध में अक्सर ट्वीट भी करते थें।
बता दें कि लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपने बयानों के कारण हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। हालाकि पिछले कुछ दिनों उनका कोई बयान सामने नही आ रहा था लेकिन लेकिन नए साल उन्होंने शराबबंदी के समर्थन में अपना आवाज बुलंद किया हैं। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मरने वालों को कोई सरकारी मदद नहीं मिलनी चाहिए। मुआवजा देने का सवाल नहीं उठाना चाहिए। वे शराबबंदी कानून में ढील देने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है।
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी है। लेकिन फिर भी यहां हर जगह शराब उपलब्ध हैं। हाल ही में सारण में जहरीली शराब पीने से कई लोगो की मौत हो गई। वहीं एक ट्रक डाईवर ने शराब पीकर वैशाली में 8 लोगों को रौंद दिया। इतना ही नही बिहार में प्रतिदिन बड़ी खेप में खराब पकड़ी जा रही हैं। बुधवार को मुजफ्फरपुर में एक करोड़ रुपए कीमत की शराब बरामद की गई।