अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए नेपाल से लाई जा रही शालिग्राम शिला सोमवार को जिले में प्रवेश करेगी। कांटी के छिन्नमस्तिका मंदिर के पास लोग शिला का दर्शन व पूजा-अर्चना कर सकेंगे। फोरलेन स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर के समीप अतिथियों के ठहराव की व्यवस्था की गई है। विश्व हिन्दू परिषद की टीम रविवार को कांटी पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। प्रांत मंत्री राजकिशोर ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में बलिदान देने वाले कांटी के संजय समेत सभी बलिदानियों के कारण मंदिर निर्माण का सपना साकार हो रहा है। शिलाओं के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल, नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री कमलेंद्र निधि, प्रांत सह संपर्क प्रमुख पंडित जीवेश्वर मिश्र, केंद्रीय उपाध्यक्ष राणा रणधीर सिंह आ रहे हैं। शिला खंड को लाने जाने के क्रम में रविवार को ट्रस्ट के न्यासी कामेश्वर चौपाल का भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। चौपाल के नेतृत्व में ट्रस्ट की वेद विद्यालय के 15 वेद पाठियों का जत्था शनिवार को मुजफ्फरपुर पहुंचा था। यह जत्था रात्रि-विश्राम के उपरांत रविवार की सुबह शिला को लेने जनकपुर के लिए प्रस्थान किया। भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कामेश्वर चौपाल शिवदास आदि वेदाचार्यों को शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। वहीं, सदातपुर मोड़ के पास भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी के नेतृत्व में स्वागत, आरती व पूजन होगी।
नेपाल के जनकपुर स्थित जानकी मंदिर से शालिग्राम शिला सोमवार सुबह नौ बजे अयोध्या के लिए रवाना होगी। इससे पहले रविवार को जानकी मंदिर में पूरे विधि-विधान से शिला की पूजा की गई। वैदिक मंत्रोच्चार से हो रही शिलापूजा को देखने व उसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु व साधु-संत मौजूद थे। पूजा के दौरान सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी थी। नेपाल की काली गंडकी नदी से निकाली गयी यह शिला शनिवार देर रात जनकपुधाम स्थित जानकी मंदिर पहुंची थी। सोमवार सुबह नौ बजे शिला को जनकपुरधाम नगर की परिक्रमा करायी जाएगी। दो ट्रॉली पर रखी शालिग्राम शिला भारत-नेपाल के बीच जटही बॉर्डर होते हुए अयोध्या तक जाएगी। राम जन्मभूमि न्यास से जुड़े कामेश्वर चौपाल ने बताया कि शिला जनकपुर से अयोध्या के बीच करीब 151 जगहों पर श्रद्धालुओं के दर्शन व पूजा के लिए रुकेगी। शिला सोमवार को ही मुजफ्फरपुर जिले की सीमा में प्रवेश करेगी।
Source : Hindustan