सीनियर आईपीएस अधिकारी विकास वैभव द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह सब फालतू बात है। अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं है, ये सबसे गंदी चीज है। अगर किसी को कोई समस्या है तो अपने विभाग या अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी समस्या बतानी चाहिए। समस्या को निजी तौर पर बताना चाहिए न कि सार्वजनिक तौर पर। अगर किसी प्रकार की समस्या है तो सही जगह पर जाकर अपनी समस्या बता दीजिए, तुरंत उस पर कार्रवाई होगी।
पूर्णिया में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ये तो विचित्र बात है कि कोई ट्वीट कर देगा, कुछ लिख देगा। इसके बावजूद हमने अधिकारियों को कह दिया है कि कोई भी बात है तो उसे देख लीजिए और फिर हमको बताइए। हम हमेशा अधिकारियों से कहते हैं कि अगर कोई कुछ बोलता है तो उसकी जांच करा लीजिए, देख लीजिए कि क्या मामला है?