राज्यसभा व बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे जदयू के वरिष्ठ नेता गुलाम रसूल बलियावी ने विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि संसद में कह चुका हूं, आज भी कहता हूं और प्रधानमंत्री से भी कह रहा हूं-लोहा लोहे को काटता है। लोहे को गाजर नहीं काट सकती। अगर पाकिस्तान के आतंकवादियों से आपको निपटने में डर लग रहा है तो फौज में सिर्फ 30 प्रतिशत मुसलमान के बच्चों को जगह दे दीजिए, हम जवाब दे देंगे।
दरअसल, गुलाम रसूल बलियावी इन दिनों एदारा-ए-शरिया जागरूकता अभियान सह समाज सुधार अधिवेशन आयोजित कर रहे हैं। अगले छह महीने बिहार, झारखण्ड, बंगाल और ओडिशा के हर जिले में एदारा-ए-शरिया का यह अभियान चलना है। इसी कड़ी में वे रविवार को नवादा में थे। उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को आंखें दिखा रहा था तो नागपुर से कोई बाबा जवाब देने नहीं आए थे। एक मुसलमान के बेटा ने जवाब दिया था, जिसका नाम एपीजे अब्दुल कलाम है। सियासत में भागीदारी को लेकर कहा कि वोट बेचवा, वोट खरीदवा से सतर्क रहने की जरूरत है। आज मुसलमानों के प्रति देश में जो भावना बनी है उसको देखते हुए दलित एक्ट की तरह मुस्लिम सेफ्टी कानून बनाने की जरूरत है।
बलियावी ने बाबा रामदेव पर आरोप लगाया कि एक डुप्लीकेट बाबा हैैं जो बाबा भी कहलायेंगे और कपड़ा भी नहीं पहनेंगे। ये भारत है, हमारी एक तहजीब व संस्कृति है। कहा कि उनका आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन है और वे रामदेव भारतीय भी नहीं है। उनकी संपत्तियों एवं प्रोडक्ट की जांच होनी चाहिए। बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को बहुरूपिया कहा। कहा कि वे कपड़ा पहन तथा मेकअप कर देश को गुमराह कर रहे हैं।
Source : Hindustan