मुजफ्फरपुर वन अरण्य, शेरपुर में बिहार का पहला वन्य जीव अस्पताल खोला जाएगा। इसके भवन समेत अन्य संसाधनों पर एक करोड़ रुपए खर्च होगी। वन्य जीव को रेस्क्यू करने के बाद 15 दिन तक अस्पताल में रखकर पूरी तरह देखभाल किया जायेगा। फिर उसके स्वस्थ होने पर जंगल या अधिवास क्षेत्र में छोड़ा जाएगा। बता दें कि इस अस्पताल में केवल वन्य जीव का ही इलाज किया जाएगा। जंगल में बीमार या दुर्घटना में घायल हुए वन्य जीव को वन विभाग की टीम रेस्क्यू कर अस्पताल लेकर लाएगी। जिसके बाद उसे अस्पताल लेकर आया जाएगा, यहां उसका समुचित इलाज किया जाएगा। मालूम हो कि पहले कई बार उचित इलाज न मिल पाने के अभाव में वन्य जीव की मौत हो चुकी है।
इन चीजों का रखा जाएगा ख्याल
वन्य जीव को रेस्क्यू करने के बाद 15 दिनों तक अस्पताल में रखा जाएगा
पूरी तरह स्वस्थ हो जाने के बाद जंगल या अधिवास क्षेत्र में छोड़ा जाएगा
वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि वन अरण्य शेरपुर में वन्य जीव अस्पताल का प्रस्ताव बीते वर्ष जुलाई में राज्य सरकार को भेजा गया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार के पास भेजा। केन्द्र सरकार ने स्वीकृति देते हुए अपने हिस्से की 40 फीसदी में से 25 फीसदी राशि का आवंटन कर दी। अब बिहार सरकार से 60 फीसदी राशि मिलने का इंतजार है। जैसे ही राज्य सरकार राशि का आवंटन कर देगी, इसके साथ ही अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।