जातियों के बाद अब देश, राज्य और बिहार के जिलों का भी कोड तय कर दिया गया है। दूसरे चरण की जाति आधारित गणना शुरू होने के बाद यह बदलाव किया गया। अभी तक सिर्फ बिहार में रहने वाली अलग-अलग जातियों को ही कोड दिया गया था। दूसरे देशों के साथ अब दूसरे राज्यों और बिहार के सभी जिलों का भी कोड निर्धारित किया गया है। जाति आधारित गणना के दौरान कोड से ही दुनिया के देशों, भारत के राज्यों और प्रदेश के जिलों को अंकित किया जाएगा।
यह बदलाव शनिवार को उस समय हुआ, जब गणना के पहले दिन कर्मचारी लोगों से पूछताछ कर रहे थे। विदेश के कॉलम में देश का नाम नहीं था। राज्यों के कॉलम में किस राज्य में बिहार के लोग रहते हैं उसका नाम नहीं था। इससे स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि बिहार के रहने वाले लोग किस राज्य में रह रहे हैं। वहीं विदेश में कौन कहां रहते हैं, इसका भी पता नहीं चल रहा था। शनिवार को गणना समाप्त होने के बाद इसमें बदलाव करते हुए दुनिया के 239 देश, भारत के 35 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के साथ-साथ बिहार के 38 जिलों के नाम के साथ उनका कोड निर्धारित किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि गणना कार्य में बदलाव से फायदा होगा। इससे जानकारी मिल जाएगी कि कितने लोग विदेश में हैं तो कहां और भारत में ही हैं तो किस राज्य में। इससे पहले जो प्रारूप (फार्मेट) था, उससे ज्यादा से ज्यादा देश या विदेश में रहने वालों की संख्या का पता चल पाता। कोड दिए जाने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार के लोग दुनिया के किस देश में सबसे अधिक रह रहे हैं। भारत में हैं तो किस राज्य में और कितनी संख्या है। गणना के दौरान जो व्यक्ति बाहर रह रहे हैं। उसके कॉलम में अब देश या राज्य के नाम भी अंकित होंगे। मोबाइल एप में इस प्रारूप को अपलोड किया जाएगा।
बिहार के जिलों के कोड
अररिया 01
अरवल 02
औरंगाबाद 03
बांका 04
बेगूसराय 05
भागलपुर 06
भोजपुर 07
बक्सर 08
दरभंगा 09
गया 10
गोपालगंज 11
जहानाबाद 12
जमुई 13
कैमूर 14
कटिहार 15
खगड़िया 16
किशनगंज 17
लखीसराय 18
मधेपुरा 19
मधुबनी 20
मुंगेर 21
मुजफ्फरपुर 22
नालंदा 23
नवादा 24
प. चंपारण 25
पटना 26
पूर्णिया 27
पूर्वी चंपारण 28
रोहतास 29
सहरसा 30
समस्तीपुर 31
सारण 32
शेखपुरा 33
शिवहर 34
सीतामढ़ी 35
सीवान 36
सुपौल 37
वैशाली 38
Source : Hindustan