भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शराबबंदी के तहत अभी तक गिरफ्तार सभी 8.35 लाख लोगों पर से मुकदमे वापस लेने पर जोर देते हुए सरकार से 10 सवाल पूछे हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने शराबबंदी से जुड़े पूछे 10 सवाल, आम माफी की अपील
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 22, 2023
1- कि जब 6 साल के दौरान शराबबंदी कानून में तीन बार संशोधन किया जा सकता है, तो एक बार आम माफी क्यों नहीं दी जा सकती ?
2- शराबबंदी से जुड़े 4.58लाख मुकदमों का अभी तक निष्पादन क्यों नहीं हुआ?
3- शराब पीने के कारण जो 6.06लाख लोग गिरफ्तार हुए, उन्हें सजा क्यों नहीं हो पायी?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 22, 2023
4 – शराब पीते पकड़े गए लोगों को गंभीर अपराधियों से अलग रखने के लिए डिटेंशन सेंटर क्यों नहीं बनाये गए?
5- शराब से जुडे मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए विशेष अदालतों के भवन आज तक क्यों नहीं बनें?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 22, 2023
6- ज़हरीली शराब पीने से मौत की 30से ज्यादा घटनाएँ हुईं, लेकिन एक भी शराब माफिया को सजा क्यों नहीं हुई?
7- शराबबंदी कानून के तहत अभी तक गिरफ्तार 8.35लोगों में दलित, आदिवासी और पिछड़ा समुदाय के लोगों की संख्या कितनी है?— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 22, 2023
8- पासी समाज के लाखों लोगों के पुनर्वास की योजना क्यों विफल हुई?
9- नीरा उद्योग के प्रोत्साहन का वादा पूरा क्यों नहीं हुआ?
10-शराबबंदी के बाद राज्य में भांग, अफीम, गांजा जैसे मादक पदार्थों का सेवन क्यों बढ़ा?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 22, 2023
कहा कि केवल शराब पीने के कारण इतनी बड़ी संख्या में जो लोग बिहार में ‘गुनाहगार’ हैं, वे दूसरे राज्यों में होते, तो अपराधी के श्रेणी में नहीं आते। शराबबंदी के तहत केवल ऐसे गरीबों को जेल में डाला जा रहा है, जो जुर्माना नहीं दे सकते। सरकार से पूछा है कि जब छह साल के दौरान शराबबंदी कानून में तीन बार संशोधन किया जा सकता है, तो एक बार आम माफी क्यों नहीं दी जा सकती? शराबबंदी से जुड़े 4.58 लाख मुकदमों का अभी तक निष्पादन क्यों नहीं हुआ? शराब पीने से जो 6.06 लाख लोग गिरफ्तार हुए, उन्हें सजा क्यों नहीं हो पायी।