भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोट को सितंबर, 2023 के बाद चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की। हालांकि इस मूल्य के नोट को बैंकों में 23 मई से जमा या बदला जा सकता है। आरबीआई के इस ऐलान के बाद अब राजनीतिक बयानबाजी तेज होने लगी है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा है कि यह नोटबंदी नहीं बल्कि नोटबदली है। यह काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है। वहीं बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि रिजर्व बैंक के मार्फत दो हजार के नोटों पर पाबंदी का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है, जो यह साबित करता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नोटबंदी का था।
यह काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है जिससे बचा कुचा काला धन लोगों के पास है वह बाहर निकलेगा। अगर अमेरिका 100 डॉलर के नोट से काम चला सकता है तो भारत में 2000 रुपए की आवश्यकता क्या है? नोटबंदी के दौरान सरकार ने तात्कालिक तौर पर लोगों को राहत देने के लिए 2000 रुपए के नोट को छापना… pic.twitter.com/IfnAZqtHKN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 19, 2023
सुशील मोदी ने कहा है कि 2000 के नोट की छपाई 2018 से ही बंद थी तथा बाजार में कहीं प्रचलन में नहीं था। हां, इसका इस्तेमाल टेरर फंडिंग तथा काला धन के रूप में अवश्य हो रहा था। यदि अमेरिका सहित दुनिया की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था में 100 डालर से बड़ी मुद्रा नहीं है तो फिर भारत में इसकी क्या आवश्यक है। इस निर्णय से सामान्य आदमी को कोई परेशानी नहीं होगी तथा देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी।
वहीं बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने बार-बार दो हजार के नोट को चलन में लाना कालाधन व जमाखोरों के लिए वरदान बताकर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया, लेकिन सरकार नहीं मानी। भाजपा सरकार लगातार ऐसे उलूल-जुलूल फैसले लेते रही है, जिससे देश के लोगों का ही नुकसान हुआ है। कर्नाटक चुनाव जनता के द्वारा मिली करारी हार से तिलमिलाए प्रधानमंत्री ने यह फैसला लेकर आम लोगों को फजीहत में डालने का काम किया है।
गौरतलब है कि आरबीआई ने बयान जारी कर कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे। इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों से 2,000 रुपये का नोट देने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को कहा है। उसने बैंकों से 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने एवं बदलने की सुविधा देने को कहा है। बैंकों में जाकर 23 मई से 2,000 रुपये के नोट बदले एवं जमा किए जा सकेंगे। हालांकि एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे। बहरहाल आरबीआई ने यह साफ नहीं किया है कि कोई व्यक्ति अधिकतम कितने मूल्य के 2,000 रुपये के नोट बैंकों में जमा या बदल सकता है। लेकिन उसने एक बार में अधिकतम 10 नोट ही बदलने का उल्लेख किया है।
Source : Hindustan