MUZAFFARPUR : रेड सिग्नल पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को अब ई-चालान के साथ गाड़ी की तस्वीर भी भेजी जाएगी। शनिवार से यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है। नई बाजार के एक व्यवसायी को उनकी कार की तस्वीर भेजी गई। पटना में यह पहले से लागू है।
ट्रैफिक थानेदार धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल व नियम तोड़ने वाले वाहन मालिकों को ई-चालान का मैसेज भेजा जा रहा था। ऑनलाइन चालान जमा कराने के लिए लिंक भी दिया जा रहा था। चालान मिलने पर कई लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई। दावा किया कि उनकी गाड़ी ने ट्रैफिक सिग्नल या अन्य नियम नहीं तोड़ी। आपत्तियों की संख्या अधिक देखते हुए ई-चालान के साथ तस्वीर भेजने का निर्णय लिया गया।
चार माह में 1.96 करोड़ का जुर्माना ट्रैफिक थानेदार ने बतया कि जनवरी से अप्रैल तक में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर 1.96 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। 21 लाख आठ हजार रुपये नगद वसूल किए गए। एक करोड़ 74 लाख 67 हजार रुपये का ई-चालान वाहन मालिकों के मोबाइल व ई-मेल पर भेजा गया है। हाईवे पर कांटी से मोतीपुर के बीच जनवरी में ओवरस्पीडिंग के लिए 17 लाख 41 हजार 500 रुपये का ई-चालान भेजा गया। फरवरी में ओवर स्पीडिंग के मामले बढ़ गए। इसमें 28 लाख 82 हजार रुपये का ई-चालान काटा गया। मार्च में शहरी इलाके में ट्रैफिक सिग्नल शुरू हो गया। मार्च में हाईवे व शहरी इलाके में सिग्नल तोड़ने व ओवरस्पीडिंग के लिए 53 लाख 34 हजार का चालान कटा। अप्रैल में 75 लाख 45 हजार का ई-चालान कटा।
ट्रैफिक थानेदार ने बताया कि बीते 17 मई को नई बाजार के व्यवसायी रवि मोटानी की कार पक्कीसराय में सिग्नल को गलत दिशा से पार करते हुए कैमरे में दिखी। उनका पांच हजार रुपये का ई-चालान कटा। मैसेज मिलने के बाद व्यवसायी की ओर से आपत्ति की गई। आपत्ति में बताया गया था कि उनकी कार घर से बाहर नहीं निकली थी। ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए उनकी कार की तस्वीर व्यवसायी को भेजी गई है।
Source : Hindustan