बिहार के राजगीर में अगले एक महीने तक चलने वाला मलमास मेला मंगलवार से शुरू हो गया। यह मेला 16 अगस्त तक चलेगा। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी कि बुधवार को मेले का विधिवत उद्घाटन करेंगे। ऐसी मान्यता है कि हिंदू धर्म के सभी 33 कोटि देवी-देवता मलमास के दौरान राजगृह में प्रवास करते हैं। इस दौरान राजगीर के 22 कुंडों व 52 धाराओं में स्नान की महत्ता ज्यादा होती है।

मंगलवार सुबह 9 बजकर 8 मिनट पर ब्रह्मकुंड यज्ञशाला के पास स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने ध्वजारोहण कर मेले की शुरुआत की। इससे पूर्व तीर्थपूजन व देवों का आह्वान किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब ब्रह्मकुंड में उमड़ पड़ा।

ध्वजारोहण के बाद स्वामी चिदात्मन जी महाराज यानी कि फलाहारी बाबा ने बताया कि विश्व का एकमात्र मलमास मेला राजगृह में लगता है। आह्वान होते ही सभी 33 कोटि देवी-देवता राजगृह में वास करने लगे हैं। हिंदू धर्म को मानने वाले लोग अगले एक महीने तक अन्य स्थानों पर कोई शुभ कार्य नहीं करेंगे।

वहीं मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि यह मेला धार्मिक आस्था का प्रतीक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजकीय मेले के लिए काफी बेहतर इंतजाम किया है। मेले में आने वाले साधु-संतों व श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है।

मंत्री श्रवण कुमार ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं को कड़ी धूप व बारिश से बचाने के लिए टेंट-पंडाल के साथ साथ कूलर व पंखे का इंतजाम किया गया है। सुरक्षा घेरे को बेहतर बनाने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस व मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है।

श्रीतीर्थ राजगृह पंडा रक्षार्थ समिति के अध्यक्ष नीरज उपाध्याय एवं सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि वैदिक काल से ही बिहार के राजगीर में मलमास मेला का आयोजन होता आ रहा है। भगवान ब्रह्मा ने स्वयं यहां पर ब्रह्मकुंड की स्थापना की थी। यही वजह है कि मलमास में यहां स्नान करने की विशेष महत्ता है।

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