प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही व उनके दो बॉडी गार्ड राहुल व निजामुद्दीन की हत्या मामले में पुलिस शूटर की तलाश में शनिवार को पटना पहुंची। मुजफ्फरपुर व पटना पुलिस ने जानीपुर थाना के रामपुर फरीदपुर की मुखिया चंचला देवी के घर पर छापेमारी की। पुलिस को मुखिया पुत्र उज्ज्वल कुमार की तलाश थी, लेकिन वह नहीं मिला, जबकि मुजफ्फरपुर के एक चर्चित प्रॉपर्टी डीलर समेत तीन को उठाकर पुलिस पूछताछ कर रही है। हत्याकांड की जांच के लिए छह टीमें गठित की गई हैं। टीमें अलग-अलग बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही हैं। हत्याकांड में जानीपुर के उज्ज्वल कुमार का नाम आया है। दो वर्ष पूर्व रामपुर फरीदपुर पंचायत के मुखिया नीरज कुमार की हत्या भी गोली मारकर की गई थी। इसमें भी मुख्य रूप से उज्ज्वल कुमार का नाम आया था। इसके बाद से वह फरार है। उज्ज्वल ने इस वर्ष हुए उप चुनाव में मां चंचला देवी को मुखिया पद के लिए खड़ा किया था। इसमें चंचला देवी विजयी भी हुई थी। दिवंगत मुखिया नीरज कुमार की पत्नी दूसरे नंबर थीं। उज्ज्वल पर हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं।
उज्ज्वल कुमार की तलाश में मुजफ्फरपुर पुलिस शनिवार को छापेमारी के लिए आई थी। जानीपुर पुलिस ने पूरा सहयोग किया। हालांकि, कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी। -दीपक कुमार, थानेदार, जानीपुर (पटना)
हमले में जख्मी हुए आशुतोष के बॉडीगार्ड सारण जिले के अमनौर निवासी ओंकारनाथ सिंह उर्फ ओमनाथ को पटना रेफर किया गया है। उसके स्पाइनल कॉर्ड में दो गोलियां फंसी हैं। उसे पटना के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका ऑपरेशन किया जा रहा है। इधर, घायल वकील को भी रेफर कर पटना भेजा गया है। उसे भी एक बड़े अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसकी बांह का ऑपरेशन कर गोली निकाली गई है। टूटी हड्डी का ऑपरेशन होना बाकी है।
प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या में तीन बोर की ऑटोमेटिक पिस्टल का प्रयोग किया गया है। जब्त गोली व खोखे के बोर अत्याधुनिक पिस्टल गोल्ट, जिगना, ग्लॉक आदि श्रेणी के पिस्टल में उपयोग होते हैं। विदेशी निर्मित इन पिस्टलों की कीमत सात से आठ लाख रुपये होती है। जिगना पिस्टल से ही अतीक अहमद की हत्या हुई थी। पुलिस के लिए यह दुर्लभ है। घटनास्थल से पांच खोखे ऐसे मिले हैं, जो नौ एमएम बोर से अधिक मोटे और लंबाई में बड़े हैं। इसकी पेंदी पर एस एंड बी 45 ऑटो लिखा है। इस बोर की गोलियां पहली बार जब्त हुई हैं। ये गोलियां 9×19 की गोलियों से अधिक मोटी और बड़ी हैं। वहीं 9×19 एमएम बोर के16 खोखे मिले हैं। 9×19 एमएम पाराबेलम वैरिएंट की पिस्टल आम लोगों के लिए प्रतिबंधित हैं। इसका उपयोग पैरा कमांडो, मार्कोस व एनएसजी आदि विशेष बलों करते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 9×19 एमएम पाराबेलम वैरिएंट पिस्टल असामान्य श्रेणी की है। इसकी मारक क्षमता काफी घातक है। पुलिस को सप्लाई 9 एमएम बोर की गोलियों से इसकी साइज अधिक मोटी और बड़ी होती है। प्रति सेकंड 1230 मीटर की गति से लगती है। 50 मीटर के रेंज में इसकी मार प्राणघातक है। इस गोली के उपयोग से स्पष्ट हो रहा है कि शूटर ने ऐसे पिस्टल से गोली चलाई कि कमर से ऊपर लगने के बाद बचना मुश्किल होता। घटनास्थल से मिले खोखे से पुलिस अपराधियों की श्रेणी का आकलन कर रही है। इस तरह की पिस्टल बिहार में तीन से चार ही होगी। इस बोर की पिस्टल छोटे-मोटे शूटर के पास नहीं हो सकती है।
आठ जख्म से निकली तीन गोलियां अलग-अलग बोर की
मुजफ्फरपुर में नौ एमएम और 7.65 बोर के पिस्टल सामान्य हैं। इन दोनों से कई हत्याएं और गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं। पोस्टमार्टम में आशुतोष शाही के शरीर से डॉक्टर ने तीन गोलियां निकालीं। तीनों गोलियां अलग-अलग बोर की बताई जा रही है। आशुतोष के सीने से लेकर सिर तक आठ गोलियों के जख्म पाए गए हैं। इसके अलावा गोर्ड मो. निजामुद्दीन को चार गोलियां लगी थीं, जिनमें से एक गोली उसके शरीर से मिली है। राहुल को दो गोलियां लगी थीं। पोस्टमार्टम में उसके शरीर से गोली नहीं मिली है।
तीनों शवों के पोस्टमार्टम से स्पष्ट हो रहा है कि अपराधियों ने किस मोडस से घटना को अंजाम दिया। अधिवक्ता सैयद कासिम हसन उर्फ डॉलर के घर की दीवार की दो जगहों पर प्लास्टर उधरी है। इससे पिस्टल की मारक क्षमता का अंदाजा लगाया जा रहा है। घायल वकील के हाथ से एक गोली निकली है।
एफएसएल ने घटना स्थल से लिया नमूना
अधिवक्ता सैयद कासिम हसन उर्फ डॉलर के घर पर हुई गोलीबारी की घटना की जांच के लिए शनिवार को एफएसएल की टीम पहुंची। घटना स्थल से खून, कपड़ा आदि के नमूना लिए। टीम ने दोनों कमरा, बरामदा और घर के बाहर गिरे खून के नमूने को एकत्रित किया। करीब एक घंटे तक टीम ने जांच की।इसके बाद टीम वहां से निकल गई।
प्रॉपर्टी डीलर व उसके दो गार्ड की हत्या में प्रतिबंधित श्रेणी के विदेशी पिस्टल के उपयोग की आशंका है। अलग-अलग तीन बोर की गोलियों के खोखे मिले हैं। खोखे के बोर से इसके पिस्टल का अनुमान लगाया जा रहा है।– राकेश कुमार, एसएसपी
जब्त सूची के अनुसार
● 05 खोखे एस एंड बी 45
● 16 खोखे 9×19 एमएम बोर
● 02 जिंदा कारतूस 9 एमएम बोर
● 05 अलग-अलग किस्म के पिलेट
● 01 नट जैसा गोली का भाग
कॉल कर बुलाया या मना किया, इसकी जांच अहम
प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष कैसे और किसके बुलावे पर लकड़ीढ़ाई रोड स्थित वकील के आवास पर पहुंचे। उन्हें आने के लिए कॉल की गई थी या वह खुद वहां गए थे, पुलिस इस बिंदू पर जांच को महत्वपूर्ण मान रही है। इसको लेकर नंद विहार कॉलोनी में जुटे आशुतोष के कई नजदीकी लोगों ने सवाल उठाया। मौजूद नगर डीएसपी और डीएसपी पूर्वी को एक करीबी ने बताया कि आशुतोष को बार-बार कॉल कर बुलाया गया। घटनास्थल पर वारदात के समय वकील के अलावा और कौन-कौन मौजूद थे। इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।
दो मृत और एक घायल गार्ड के दो हथियार ही मिले। मृत मो. निजामुद्दीन का हॉलिस्टर मिला है, जिसमें आठ गोलियां.32 बोर की हैं। इसके अलावा ओमकार सिंह व राहुल का एक रिवॉल्वर व एक राइफल जब्त की गई है। इसमें राइफल की 17 और रिवॉल्वर की 12 गोलियां हैं। निजामुद्दीन का रिवॉल्वर गायब है।
एसकेएमसीएच से प्रॉपर्टी डीलर के घर तक लगा तांता
एसकेएमसीएच से लेकर प्रॉपर्टी डीलर के मिठनपुरा स्थित नंद विहार कॉलोनी में शुभचिंतकों का तांता लगा रहा। एसकेएमसीएच में देर रात से ही शुभचिंतकों की भीड़ जुटने लगी थी। यह सिलसिला शनिवार सुबह तक जारी रहा। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी रही। शनिवार सुबह करीब नौ बजे पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा और अजीत कुमार वहां पहुंचे।
उन्होंने आशुतोष के परिजनों से उनका हाल जाना। पोस्टमार्टम के लिए सुबह 10.30 बजे डॉ. विपीन कुमार पहुंचे। एक घंटे तक पोस्टमार्टम चला। इसके बाद शव को एंबुलेंस से मिठनपुरा स्थित नंद विहार कॉलोनी ले जाया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच नगर डीएसपी राघव दयाल दलबल के साथ एंबुलेंस के साथ घर तक गए। कुछ देर बाद पोस्टमार्टम हाउस से गार्ड राहुल का शव निकाला गया। उसके चाचा ने शव को रिसीव किया।
प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में घायल वकील सैयद कासिम हसन के सोशल मीडिया पर वायरल बयान के अनुसार आशुतोष शाही एक पेपर लेकर उसके पास आए थे, जिसे पढ़कर समझ रहा था । वह सोफा पर बैठे थे। मैं पलंग पर था, इसी दौरान 2 से 3 लोग अचानक घुसे। सभी आशुतोष शाही पर गोली चलाने लगे। दस राउंड से अधिक गोली चलाई, जिससे आशुतोष शाही वहीं लुढ़क गए। कमरे से बाहर निकलने के बाद गार्ड पर गोली चलाई गई।
इधर, एसकेएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद दूसरे बॉडीगार्ड राहुल का शव उसके चाचा को सौंपा गया है। वहीं एक अन्य बॉडीगार्ड मो. निजामुद्दीन के परिजन शनिवार की देर शाम उसका शव घर ले गए।
किसका नाम बताएं, विश्वासी ही पीठ में घोंपते हैं खंजर
मिठनपुरा के नंद विहार कॉलोनी स्थित घर से प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की शव यात्रा पहलेजा के लिए रवाना होने के बाद सोफे पर बैठे उसके ससुर चंद्रभूषण मिश्रा ने घटना के बारे में पूछने पर पत्रकारों के आगे हाथ जोड़ लिया। कहा कि हम किसका नाम बताएं और किसे दुश्मन कहें यहां तो विश्वासी ही पीठ में खंजर भोंकते हैं।
परिजनों ने हत्या को लेकर शनिवार देर रात तक पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज नहीं कराया है। पत्नी की स्थित बयान देने लायक नहीं है। शहर में प्रॉपर्टी डीलिंग के क्षेत्र में आशुतोष शाही की कई लोगों से दुश्मनी जग जाहिर है। ऐसे में सकरा के पचदही निवासी ससुर ने तीन वाक्यों में घटना में पर्दे के पीछे की बहुत बातें कह दीं।
शव के एसकेएमसीएच से नंद विहार कॉलोनी पहुंचते बड़ी संख्या में शहर के विभिन्न मोहल्लों से लोग वहां पहुंचने लगे। भाजना नेताओं का भी तांता लग गया। मौके पर मौजूद सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह, डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय, डीएसपी नगर राघव दयाल समेत अन्य पुलिस अधिकारी इस कोशिश में लगे रहे कि शव का जल्द से जल्द अंतिम संस्कार हो जाए। इसके बाद बयान व अन्य कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाए।
Source : Hindustan